रुस-यूक्रेन जंग: रूस के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का बढ़ा संकट, कैंसर से जूझ रहे मरीजों को भी नहीं मिल रहा इलाज
कीव। रूसी सेना बीते ढाई महीने से अधिक समय से यूक्रेन में लगातार भीषण तबाही मचा रही है। एक तरफ जहां पुतिन की सेना हजारों यूक्रेनियों की जान ले चुकी है, और कई शहरों को खंडहरों में तब्दील कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ अब युद्धग्रस्त क्षेत्रों में खाद्य वस्तुओं से लेकर दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की समस्या होने लगी है। इस संकट के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का बड़ा बयान सामने आया है।
जेलेंस्की देर रात राष्ट्र के नाम दिए अपने वीडियो संबोधन में कहा कि देश के उन हिस्सों में दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी का जिक्र किया, जो रूस के नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि उन इलाकों में कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए इलाज की सुविधा लगभग पूरी तरह से नदारद है, जबकि मधुमेह के मरीजों के लिए इंसुलिन या तो उपलब्ध नहीं है या फिर उसे हासिल करना बेहद मुश्किल है। उन्होंने एंटीबायोटिक्स की आपूर्ति में भी भारी कमी का दावा किया।
जेलेंस्की ने बताया कि युद्ध के दौरान रूसी सेना यूक्रेन पर अब तक 2,014 मिसाइलें दाग चुकी है, जबकि यूक्रेनी हवाई क्षेत्र में रूसी लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने की 2,682 घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया कि देश में अस्पतालों और अन्य चिकित्सा केन्द्रों सहित लगभग 400 ढांचे या तो नष्ट हो चुके हैं या फिर उन्हें भारी नुकसान पहुंचा है।