मोहाली ब्लास्ट में मिले अहम सबूत: पुलिस ने बरामद किया चीन निर्मित लांचर, निशाने पर थे पुलिस जवान और इमारत

मोहाली/चंडीगढ़। पंजाब के मोहाली में पुलिस के खुफिया मुख्यालय में सोमवार की शाम हुए हमले को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इसमें 26 वर्षीय निशान सिंह भी शामिल, जिसने मोहाली ग्रेनेड हमले के पीछे बड़ी भूमिका निभाई थी। पुलिस ने कहा कि निशान सिंह तरनतारन जिले का है। पुलिस ने बताया कि आरपीजी हमले से पहले निशान सिंह ने दो आरोपियों को तीन दिन तक अमृतसर में पनाह दी थी। निशान पर डकैती और फरीदकोट और तरनतारन में आर्म्स एक्ट सहित पांच मामले हैं।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में कई अहम सबूत मिले हैं। पुलिस ने उस लांचर को भी बरामद कर लिया है, जिससे रॉकेट चलित ग्रेनेड (आरपीजी) को दागा गया था। लांचर चीन निर्मित बताया जा रहा है। पंजाब पुलिस के डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि आरपीजी में ट्रिनिट्रोटोल्यूइन (टीएनटी) विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इसका इस्तेमाल आमतौर पर श्रीनगर में आतंकी हमले के दौरान होता रहा है। डीजीपी ने दावा किया, पुलिस को कई लीड मिली हैं, जिनके आधार पर जल्द ही इस केस को सुलझा दिया जाएगा।
घटना के संबंध में मोहाली के सोहाना पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि राज्य में माहौल खराब करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
दोपहर को फिर धमाका होने की फैल गई अफवाह
मंगलवार दोपहर तीन के बजे के करीब दोबारा पुलिस खुफिया मुख्यालय के बाहर धमाका होने की अफवाह फैल गई। कई राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज चल गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें हरकत में आ गई। इसके बाद एसएसपी विवेकशील सोनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि यह मात्र अफवाह थी।
इमारत व पुलिस वाले थे निशाने पर
सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस का खुफिया मुख्यालय ही आरोपियों के निशाने पर था, क्योंकि इसमें पंजाब पुलिस के कई विंग चलते हैं। पुलिस के आला अफसर भी यहीं बैठते हैं। जांच में पता चला है कि हमलावरों का निशाना चूक गया है। विस्फोटक अंदर जाने के बजाय दीवार से टकराया है।
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि मोहाली में सेक्टर 77 स्थित पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे इमारत की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की काउंटर इंटेलिजेंस विंग, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के कार्यालय हैं। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। राजनीतिक दलों ने इसे परेशान करने वाली और चौंकाने वाली घटना करार दिया है।