भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 74वें जन्म दिन को मप्र सरकार ने यादगार भेंद दी है। एक ओर जहां प्रदेशभर में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया। वहीं 50 जिला अस्पतालों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन भी हुआ। कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री यादव ने सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ और प्र्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम ने पीएम आवास के 51 हजार लाभार्थियों को गृह प्रवेश कराया। वहीं राज्यपाल मंगुभाई ने माध्यम से सफाई मित्रों के खातों में 5-5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने सफाई मित्रों के लिए बड़ी घोषणा भी की।
सीएम ने कहा कि सफाई में जितने स्टार रेटिंग होंगे, उतने हजार रुपये सफाई मित्रों को दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सात स्टार वाले निकायों को सात हजार रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। हर स्टार पर एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, नगर निगम भोपाल के महापौर मालती राय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
जन औषधि केन्द्र गरीबों के लिए प्रधानमंत्री की विशिष्ट पहल
राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जन औषधि केन्द्र गरीबों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशिष्ट पहल है। उन्होंने पीएम मोदी के जन्म-दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 50 जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के शुभारंभ पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि न्यूनतम दाम और गुणवत्तापूर्ण दवाईयों के कारण औषधि केन्द्र गरीबों के आर्थिक हित में हैं। राज्यपाल सभी से अपील की कि अपने आस-पास के गरीब और जरूरतमंदों को जन औषधि केन्द्र में मिलने वाली जेनेरिक, किफायती दवाईयों और आर्थिक बचत के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताएं। उन्होंने चिकित्सकों से भी कहा कि मरीजों के इलाज के समय उन्हें प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों की सुविधा और लाभ के बारे में भी जरूर जानकारी दें।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र पीएम के अनुपम भेंट
वहीं सीएम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जन-जन के जीवन को आसान बनाने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना ही प्रधानमंत्री दी जाने वाली सबसे बड़ी और यादगार भेंट है। पीएम मोदी के जन्म-दिवस पर प्रदेश के सभी 50 चिकित्सालयों में आरंभ हो रहे। प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रहा है गृह प्रवेश, प्रदेश के आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाएगा। सफाई मित्रों के कल्याण के लिए भी राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। आम आदमी के लिए किए जा रहे हैं यह कार्य ही प्रधानमंत्री मोदी के जन्म-दिवस की भेंट है।
7 स्टार तक की रैकिंग प्राप्त कर सकते हैं सफाई मित्र
सीएम कहा कि ने नगरीय निकायों में कार्यरत सफाई मित्रों को उनके योगदान के प्रोत्साहन स्वरूप नगरीय निकायों को राशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी की। स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 में नगरीय निकायों को कचरा-मुक्त शहर-स्टार प्रमाणीकरण के आधार पर सफाई मित्रों को राशि प्रदान की जाएगी। नगरीय निकायों को रैंकिंग में जितने स्टार प्राप्त होंगे, उसमें कार्यरत सभी सफाई मित्रों को उतने हजार की राशि दी जाएगी, अर्थात एक स्टार प्राप्त नगरीय निकाय के सभी सफाई मित्रों को एक-एक हजार रूपए राशि प्रदान की जाएगी, नगरीय निकाय सात स्टार तक की रैकिंग प्राप्त कर सकते हैं।
मप्र में अब 36 लाख परिवारों को मिला पीएम आवास
सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी की पहल पर प्रदेश के 1 लाख 31 हजार परिवार पीएम आवास योजना के अंतर्गत नवनिर्मित आवासों में प्रवेश कर रहे हैं। प्रदेश में अब तक 36 लाख 24 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों को योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराए गए हैं। इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के माध्यम से 8 लाख 5 हजार से अधिक भाई बहन लाभान्वित हुए हैं। इतनी बड़ी संख्या में आवासहीन परिवारों को बिना शुल्क के स्वयं का आवास उपलब्ध कराने की कल्पना करना और उसे साकार कर दिखाना, पीएम मोदी जैसे दूरदर्शी और विराट व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति के लिए ही संभव है। प्रधानमंत्री श्री मोदी चार करोड़ से अधिक व्यक्तियों को स्वयं के आवास से लाभान्वित कर चुके हैं और उनका संकल्प तीन करोड़ जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराने का है।
90% तक कम कीमत पर मिलेंगी दवा
जन औषधि केंद्रों के जरिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी, जो ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में 50% से 90% तक कम कीमत पर मिलेंगी। ये केंद्र आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होंगे, जिससे उनके स्वास्थ्य खर्चों में बचत होगी। खासकर शुगर, ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी बीमारियों के मरीजों को कम दामों पर इलाज जारी रखने में सुविधा होगी। जन औषधि केंद्रों के संचालन से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि इनके संचालन के लिए फार्मासिस्ट और अन्य कर्मचारियों की जरूरत होगी।