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मेट्रो मैन ई श्रीधरन का दावा: केरल में किंगमेकर बनकर उभरेगी भाजपा, पलक्कड़ सीट जीतने की कही बात

नई दिल्ली। मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन को पूरी उम्मीद है कि केरल में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि राज्य में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा या इतनी सीटें आएगी कि वो किंगमेकर के रूप में उभरेगी। 88 साल के ई श्रीधरन ने एक एजेंसी से बात करते हुए इसका दावा किया है।

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इसका लोगों के मनोबल पर जबरदस्त असर पड़ेगा, जिन्हें लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की सरकारों ने छोड़ दिया गया। लोग भाजपा को वोट देंगे।’ यहीं नहीं, श्रीधरन ने यह भी दावा किया कि वे पलक्कड़ सीट से चुनाव जीतने वाले हैं।

इससे पहले भी उन्होंने एक समाचार चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि, हमारे यहां (केरल) अगर भाजपा जैसी पार्टी नहीं होगी, तो यह राज्य हाथ से निकल जाएगा। बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली और कई शहरों में मेट्रो रेल सहित परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने वाले 88 साल के ई श्रीधरन 26 फरवरी को बीजेपी में शामिल हुए थे। बता दें कि केरल में 140 सीटों के लिए छह अप्रैल को एक चरण में चुनाव होना है।




पैर धुलाने और छुआने को लेकर हुई आलोचना
केरल की पलक्कड़ सीट से भाजपा उम्मीदवार ‘मेट्रो मैन’ ई. श्रीधरन मतदाताओं द्वारा पैर धुलाने और छुआने को लेकर वामदलों के निशाने पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा श्रीधरन के पैर छूने और धोने संबंधी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। एक तस्वीर में एक मतदाता श्रीधरन के चरणों में दंडवत है जबकि अन्य तस्वीरों में महिलाएं उनके पैर छूते दिख रही हैं।

विवाद पर भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि लोग भारतीय परंपरा के अनुसार उनके प्रति अपना सम्मान प्रकट कर रहे हैं। अपने आलोचकों की निंदा करते हुए 88 वर्षीय श्रीधरन ने कहा कि यह हमारी भारतीय परंपरा है। इसमें क्या गलत है? लोग उनके प्रति अपना सम्मान प्रकट कर रहे हैं। वे लोग मेरी पूजा नहीं कर रहे थे।

इस पर भाकपा नेता और राज्यसभा सांसद बिनोय बिस्वाम ने उनकी आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा नेता इसे भारतीय परंपरा बता रहे हैं। दरअसल वह अपने पैर धुलाकर अपनी पूजा करा रहे हैं। यह एक उदाहरण मात्र है कि भाजपा देश को किस दिशा में ले जा रही है। उन्होंने कहा कि देश श्रीधरन को ‘आधुनिक तकनीक का मसीहा’ के तौर पर देख रही थी लेकिन वह भाजपा और आरएसएस की राजनीति के जेल में प्रवेश करते ही बदल गए हैं।

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