योगी मठ कांड: प्रतिबंधित वेबसाइटों को सर्च करने मुर्तजा ने खरीदी थी विदेशी सिम, तैयार कर रहा था आतंकी नर्सरी: चौंकाने वाला खुलासा

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर जानलेवा हमला करने का आरोपी अब्बासी मुर्तजा से पूछताछ में एटीएस व एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। एक सप्ताह के भीतर उसके दो बार नेपाल जाने का प्रमाण मिला है। यह भी पता चला है कि मुर्तजा ने डालर से विदेशी सिम खरीदा था, जिसका इस्तेमाल वह प्रतिबंधित वेबसाइट्स को सर्च करने में किया करता था। एटीएस ढूंढते हुए पहुंची तो सिमकार्ड निकालने के बाद मोबाइल फार्मेट करके बंद कर लिया।
यहीं नहीं जांच में एटीएस को यह भी पता चला है कि जिहाद की नर्सरी तैयार कर रहा था। पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले तक मुर्तजा ने कई बैंक खातों में रुपये भेजकर फंडिंग मुहैया कराई थी। जेहादी गतिविधियों में लिप्त की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को न हो इसके लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था। जिसके लिए वह कंप्यूटर की पढ़ाई कर रहा था। यह सब खुलासा होने के बाद एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है।
उधर, मंगलवार रात में ही कोर्ट से वारंट बी और रिमांड हासिल कर एटीएस की टीम मुर्तजा को लेकर लखनऊ चली गई है। लखनऊ में ही पूछताछ चल रही है। जानकारी के मुताबिक, मुर्तजा के पकड़े जाने के बाद से ही एटीएस, एसटीएफ और पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रतिदिन इसके बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। एटीएस और एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक, जांच में पता चला है कि डालर का इस्तेमाल कर मुर्तजा ने 2900 रुपये में विदेशी सिमकार्ड खरीदा था।
इसकी मदद से ही वह प्रतिबंधित वेबसाइट पर जाता और सर्च करके जिहादी वीडियो देखा करता था। मुर्तजा के पास से एक नेपाली नोट भी मिली है।वह कई खातों में वह रुपये भेजा करता था जिसका लिंक खाड़ी देश व आइएसआइआइएस से है नौकरी के दौरान जो भी पैसे जुटाए, उसे जिहाद की नर्सरी तैयार करने में ही खर्च कर दिया है। नेपाल के बैंक खातों के जरिए करीब आठ लाख रुपये सीरिया के अलग-अलग बैंक खातों में भेजे गए हैं। विदेश रुपये भेजने के पीछे उसकी मंशा युवाओं को जेहाद के लिए तैयार करना था।एटीएस के साथ ही खुफिया एजेंसी नेपाल के अलावा विदेशों में उसके खाते संचालित होने की छानबीन कर रही हैं।