मुरैना। मुरैना नगर निगम में भाजपा महापौर शारदा सोलंकी की कुर्सी खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। इसकी बड़ी यह है कि उनकी 10वीं की मार्कशीट फर्जी निकली है। इतना ही नहीं जिला कोर्ट ने पुलिस को उनके खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने महापौर के खिलाफ सिविल लाइन थाने को केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मामले को लेकर सियासी चर्चा भी तेज हो गई है। क्या महापौर के पद पर इसकी विपरीत असर पड़ेगा। महापौर की कुर्सी बचेगी या जाएगी इसको लेकर भी सियासी गलियारे में चर्चा गर्म है।
बता दें कि शारदा सोलंकी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर महापौर बनी थीं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी मीना जाटव को हराया था, लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विजयपुर में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा करने पहुंचे थे, तब कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के साथ शारदा सोलंकी ने भाजपा की सदस्यता ली थी। उनके खिलाफ भाजपा प्रत्याशी रही मीना जाटव ने 10वीं की मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने का आरोप लगाया था। इसे लेकर उन्होंने कोर्ट में याचिका भी लगाई थी। हालांकि, मीना जाटव कोर्ट में शारदा सोलंकी का जाति प्रमाण पत्र गलत होने की बात साबित नहीं कर पाई, लेकिन 10वीं की अंकसूची में गड़बड़ी साबित हो गई। जिसके बाद उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में धारा 420, 67 तथा 68 के तहत मामला दर्ज करने के आदेश कोर्ट ने पुलिस को दिए हैं।
आगरा के पिनाहट की बताई जा रही फजी मार्कशीट
फर्जी मार्कशीट उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित पिनाहट की बताई गई है। शारदा सोलंकी ने जिस स्कूल से 1986 में 10वीं पास करने का दावा किया है, वहां के स्कूल प्रबंधन ने बताया कि उनके यहां उस साल इस नाम के किसी विद्यार्थी ने एडमिशन नहीं लिया था। आईरटीआई के तहत मिली जानकारी में सामने आया कि शारदा सोलंकी की मार्कशीट में जो रोल नंबर दिया गया है, वह किसी अन्य शख्स के नाम पर है। उसने कोई परीक्षा दी ही नहीं थी। ऐसे में पाया गया कि इस छात्र के रोल नंबर पर शारदा सोलंकी को स्वाध्यायी छात्र बताकर उन्हें पास घोषित कर दिया गया। याचिकाकर्ता के वकील किशोरीलाल गुप्ता ने कहा है कि जिस स्कूल से महापौर की अंकसूची बनी है, उसने भी इस अंकसूची को गलत बताया है। उप्र शिक्षा बोर्ड ने भी उक्त रोल नंबर की अंकसूची को किसी नरोत्तम नाम के युवक का बताया, जो सभी विषयों में फेल है।