वाशिंगटन। शपथ लेने से पहले ही यूएस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को कड़ी चेतावनी दे दी है। उन्होंने सोमवार को कहा है कि मेरे शपथ (20 जनवरी) से पहले गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों को इजराइली लोगों को रिहा नहीं किया गया तो मिडिल ईस्ट को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। ट्रंप ने हमास को यह चेतावनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल के जरिए दी है। बता दें कि इजरायली आंकड़ों के अनुसार पिछले साल इजरायल पर हुए हमले के दौरान हमास आतंकियों ने 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें इजरायल-अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे. अब भी गाजा में 101 विदेशी और इजरायली बंधकों में से लगभग आधे के जिंदा होने का अनुमान है।
ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने तक ऐसा नहीं किया गया तो इसे निश्चित मानें कि उसे मध्य पूर्व में बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी और उन लोगों को भी भुगतना पड़ेगा जिन्होंने मानवता के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया। अपनी पोस्ट में ट्रंप ने इस मामले पर पिछली वार्ताओं पर भी तंज कसा। उन्होंने दावा किया कि बंधकों को जिन स्थानों पर रखा गया था, उनके बारे में वार्ताएं हुई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने इस स्थिति को हिंसक और अमानवीय बताया। ट्रंप ने कहा कि हर कोई बंधकों के बारे में बात कर रहा है, जिन्हें मध्य पूर्व में इतनी हिंसक, अमानवीय और पूरी दुनिया की इच्छा के विरुद्ध रखा गया है, लेकिन केवल बातें की जा रहीं हैं, कोई कार्रवाई नहीं।
जिम्मेदारा लोगों पर करेंगे घातक प्रहार
इस दौरान ट्रंप ने कसम खाते हुए कहा कि लेकिन अब बंधक बनाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अमेरिका ऐसी कार्रवाई करेगा जैसी अभी तक किसी भी विदेशी संस्थाओं के खिलाफ नहीं की गई। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि जिम्मेदार लोगों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के लंबे और इतिहास में किसी पर भी जितना प्रहार नहीं किया गया है, उससे भी अधिक प्रहार किया जाएगा। बंधकों को अभी रिहा करें।
हमास का क्या कहना है
हमास के कार्यवाहक गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या ( ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि जब तक फिलिस्तीनी क्षेत्र में जंग खत्म नहीं हो जाती, तब तक इजरायल के साथ बंधकों के बदले कैदियों की अदला-बदली का कोई समझौता नहीं होगा। एक इंटरव्यू में हय्या ने कहा, “जंग खत्म हुए बिना, कैदियों की अदला-बदली नहीं हो सकती है।”
गौरतलब है कि 7 अक्तूबर को हमास ने इस्राइल पर एक आतंकी हमला किया था, जिससे एक नए युद्ध की शुरूआत हुई। उस हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 250 से अधिक बंधक बनाए गए । उनमें से लगभग 100 लोग अभी भी हमास की कैद में हैं। हालांकि कई और के मारे जाने की आशंका है। हमास के हमले के जवाब में इस्राइल ने गाजा में हमास के अड्डों को निशाना बनाते हुए जवाबी हमले किए । इस्राइल की जवाही कार्रवाई में गाजा में 45,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है।