भोपाल। नारी न्याय के मुद्दे को लेकर मप्र महिला कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए सड़क पर उतर आई है। इसी कड़ी में महिला कांग्रेस ने बुधवार को राजधानी भोपाल में फिर बड़ा प्रदर्शन किया। इसमें पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल और पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। रोशनपुरा चौराहे पर इकट्ठा होकर सभी राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने सभी राजभवन से पहले ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस से हुई धक्कामुक्की में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल बेहोश हो गई।
बताया जा रहा है कि धक्का लगने से महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल सड़क पर गिर गई, और बेहोश हो गई। हालांकि कार्यकर्ताओं ने उन्हें संभाल लिया। यह भी जानकारी सामने आई है कि महिला पुलिस के अलावा जेंस पुलिस ने भी कांग्रेसी महिलाओं को धक्का दिया है। इसके बाद विभा पटेल ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण विधेयक को लागू करने और लाड़ली बहना योजना से किसी का नाम न काटने समेत 6 सूत्रीय मांग लेकर हम सड़क में उतरे हैं।
महिला अत्यचार में मप्र नंबर वन
विभा पटेल ने कहा, ‘महिला अत्याचार में मध्यप्रदेश पहले नंबर पर है। यहां हर दिन रेप की 17 घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में महिलाओं के लिए बने कानून को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है। अपराधियों में खौफ होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होता। पीड़ित को भटकना पड़ता है। आर्थिक, सामाजिक और यौन उत्पीड़न, महिला आरक्षण, जातिगत जनगणना, बेलगाम महंगाई, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे कई मुद्दे हैं। हम यह भी चाहते हैं कि लाड़ली बहनों की लिस्ट से काटे गए नाम वापस जोड़े जाएं।’
हमें न्याय के लिए लड़ना है: वर्मा
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- महिलाओं को विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। ये घर चला सकती हैं तो राज्य और देश भी चला सकती हैं। वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हमें न्याय के लिए लड़ना है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने महिलाओं को 33% आरक्षण देने की बात कही थी। अब लोकसभा में महिलाओं को 33% आरक्षण चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश में किसी महिला को न्याय की सबसे ज्यादा जरूरत है, तो जसोदाबेन को है।