बवाल के बाद पहलवानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस,गृहमंत्री अमित शाह को पहलवानों ने लिखा पत्र
बुधवार देर रात जंतर-मंतर पर हुए बवाल के बाद पहलवानों ने गुरुवार सुबह ही प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस दौरान पहलवानों ने कहा कि उनकी लड़ाई सरकार या विपक्ष से नहीं है, बल्कि उनकी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह से है।
नई दिल्ली : बुधवार देर रात जंतर-मंतर पर हुए बवाल के बाद पहलवानों ने गुरुवार सुबह ही प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस दौरान पहलवानों ने कहा कि उनकी लड़ाई सरकार या विपक्ष से नहीं है, बल्कि उनकी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह से है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पहलवानों के साथ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी मौजूद रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर खिलाड़ियों की सुनवाई नहीं हो सकती है और उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है तो ऐसे में उनके मेडल और पुरस्कार सरकार वापस ले ले। पुनिया ने कहा कि हम सरकार को अपना मेडल वापस कर देंगे। ऐसे मेडल का हम क्या करेंगे।
Delhi | I have come to meet the girls (wrestlers) again since it is my duty. Wrestlers Vinesh Phogat & Sakshi Malik told us they were being tortured, & there were police officers who were drunk & misbehaved with them. I am concerned for their safety. Why is Delhi Police… pic.twitter.com/DHlctYIYDy
— ANI (@ANI) May 4, 2023
विनेश बोलीं-मेडल के साथ जान भी देने को तैयार हूं
विनेश फोगाट ने कहा, मुझे गाली दी गई, पुलिस का व्यवहार आक्रमण वाला था। हमने बेड मंगवाया था, रात में ही पुलिस को शिकायत दे दी है। पुलिस वाला ड्रिंक कर रहा था। पुलिस वाला नशे में था। विनेश ने ये भी कहा कि वह अपना मेडल वापस करने को तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह मेडल के साथ जान भी दे देंगी।
पैरों तले रौंदे जा रहे- विनेश
विनेश फोगाट ने कहा, इतनी बेइज्जती कर दी. कुछ भी नहीं छोड़ा। मान-सम्मान की लड़ाई लड़ने आए थे और यहां पैरों तले रौंदे जा रहे हैं. यहां हमें मां-बहन की गालियां दी जा रही हैं।
पहलवानों के गृहमंत्री को लिखा पत्र
जंतर-मंतर पर बुधवार देर रात बवाल के बाद पहलवानों ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। पत्र में देर रात हुई घटना का पूरा ब्योरा देते हुए खिलाड़ियों ने गृह मंत्री के सामने अपनी 4 मांगे रखी हैं। इनमें जरूरी सामान की लिस्ट भी है। खिलाड़ियों ने पत्र में दिल्ली पुलिस पर खिलाड़ियों पर हमला करने और उनके साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया है। इस चिठ्ठी पर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के हस्ताक्षर हैं।
पुलिसकर्मियों ने बोला हमला
चिठ्ठी में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने 100 पुलिसकर्मियों के साथ हमला बोल दिया। इसमें दो लोगों दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फट गए। दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही रेसलर्स ने कुछ जरूरी सामानों की लिस्ट गृह मंत्री अमित शाह को दी है और इसे धरनास्थल पर लाने की इजाजत मांगी है। इनमें वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, पलंग, साउंड सिस्टम, गद्दे और कुश्ती मैट और जिम का सामान शामिल है।
अधिकारी ने विनेश को दी गालियां
तीन खिलाड़ियों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा है कि ‘हम ओलंपियन 11 दिनों से अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। 3 मई की रात लगभग 11 बजे जब हम अपने रात्रि विश्राम की व्यवस्था कर रहे थे तो दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने 100 पुलिस वालों के साथ हम हमला कर दिया। जिसमें दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फोड़े गए।’ चिठ्ठी में आगे कहा गया कि अधिकारी ने विनेश फोगाट को गंदी गालियां दीं। साक्षी मलिक और संगीता फोगाट को पुरुष अधिकारियों ने धक्के मारे।
खिलाड़ियों की प्रमुख मांगें
चिठ्ठी में खिलाड़ियों ने केंद्रीय गृह मंत्री से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई समेत 4 प्रमुख मांगे की हैं।
1- घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।
2- धरनास्थल पर हमारी न्यूनतम जरूरत की चीजें, जैसे वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, पलंग, साउंड सिस्टम, गद्दे और प्रैक्टिस के लिए कुश्ती मैट और जिम का सामान लाने की अनुमति दी जाए।
3- अलग-जगहों से हिरासत में लिए गए हमारे सभी साथियों को तुरंत किया जाए।
4- सरकार के उच्च अधिकारियों से हमारी मांगों के संबंध में शीघ्र वार्ता कराई जाए।
ये हमारे देश की बेटियां हैं, जिन्होंने देश का मान रखा. हमें कई मेडल लाकर दिए.
आज इनके साथ गृह मंत्री अमित शाह की पुलिस बदसलूकी कर रही है.
इनका गुनाह बस इतना है कि ये शोषण के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं.@narendramodi जी, आप ऐसा अन्याय क्यों कर रहे हैं? pic.twitter.com/YwShIbZLsM
— Congress (@INCIndia) May 3, 2023
कांग्रेस ने कहा- डरो मत, हम साथ हैं
कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा, ये हमारे देश की बेटियां हैं, जिन्होंने देश का मान रखा. हमें कई मेडल लाकर दिए। आज इनके साथ गृह मंत्री अमित शाह की पुलिस बदसलूकी कर रही है। इनका गुनाह बस इतना है कि ये शोषण के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं।