नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए करीब 10 दिन हो गए हैं, लेकिन महायुति अब तक सरकार का गठन नहीं कर सकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट के बीच सीएम पद और विभागों को लेकर चल रही खींचतान। महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन होने पर महाविकास आघाड़ी भी खूब तंज कस रहा है। शरद पवार ने तो यहां तक कह दिया है यह जनादेश का अपमान है। हालांकि अब धीरे-धीरे सरकार गठन का रास्ता साफ होने लगा है। सूत्रों की जानें तो सीएम पद के लिए देवेन्द्र फडणवीस का नाम फाइनल हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है।नेता ने तो यहां तक दावा किया है कि आज यानि सोमवार या फिर मंगलवार को विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इससे पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वो नया मुख्यमंत्री चुनने के बीजेपी के फैसले का समर्थन करेंगे। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के नतीजे 23 नवंबर को आ गए थे। महायुति को प्रचंड बहुमत मिला है। महायुति ने 233 सीटें जीती थीं। भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी हैं। जबकि शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटें जीती हैं। हालांकि, नतीजे आने के 10 दिन बाद भी सीएम का नाम फाइनल नहीं हो पाया है। इसे लेकर लगातार खींचतान देखने को मिल रही है।
फडणवीस के नाम पर मुहर लगी तो दूसरी बार बनेंगे सीएम
अगर भाजपा विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगती है तो यह दूसरा मौका होगा जब वह महाराष्ट्र की गद्दी में आसीन होंगे। इससे पहले 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। दूसरी बार उन्होंने अक्टूबर 2019 में सीएम पद की शपथ ली थी। हालांकि, बाद में उन्हें 3 दिन बाद इस्तीफा देना पड़ा था। उसके बाद वे 2022 से महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं। फडणवीण नागपुर दक्षिण पश्चिम से 1999 से विधायक हैं। इस बार वे छठी बार चुनाव जीते हैं। इससे पहले वे नागपुर नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं।
5 दिसंबर को होना है शपथ ग्रहण समारोह
बताते चलें कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम को होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी भी रहेगी। ये कार्यक्रम मुंबई के आजाद मैदान में होना है। विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद बीजेपी बेहद सावधानी से आगे बढ़ रही है। एनडीए के सहयोगियों विशेषकर शिवसेना की आकांक्षाएं बढ़ गई हैं। सहयोगी दलों के कुछ नेताओं के अलग-अलग बयान सुर्खियों में बने हुए हैं। महायुति के एक वरिष्ठ नेता का कहना था कि सहयोगी दल संयुक्त रूप से तय करेंगे कि 5 दिसंबर को सिर्फ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे या मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
अपने गांव से लौट आए हैं एकनाथ शिंदे
इससे पहले शुक्रवार को एकनाथ शिंदे इन अटकलों के बीच सतारा जिले में अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए थे कि वे नई सरकार के गठन के फॉमूर्ले से खुश नहीं हैं। वे अपने गांव में बीमार हो गए थे। बाद में ठीक हुए तो मुंबई रवाना हुए। रविवार को शिंदे ने कहा, मैं पहले ही कह चुका हूं कि बीजेपी नेतृत्व सीएम पद पर जो फैसला लेगा, वह मुझे और शिवसेना को स्वीकार्य होगा और उसे मेरा पूरा समर्थन होगा।