दिवाली से दो दिन पहले फूटा महंगाई का बम: व्यवसायिक एलपीजी सिलेंडर पर हुई 265 रुपए की बड़ी बढ़ोतरी
नई दिल्ली। दिवाली (Diwali) से दो दिन पहले आज एक बार फिर महंगाई का बम फूटा है। एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinder) के दाम में 265 रुपये की भारी बढ़ोतरी की गई है। राहत की बात यह रही कि बढ़ोतरी व्यवसायिक कामों के लिए प्रयोग किए जाने वाले एलपीजी सिलेंडरों के दामों पर की गई है। वहीं घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस बढ़त के साथ अब दिल्ली में 19.2 किलो वाला व्यवसायिक सिलेंडर (commercial cylinder) 2000.5 रुपये का हो गया है।
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर, 2021 को हुई समीक्षा के मुताबिक दिल्ली में 19.2 किलो ग्राम के सिलेंडर की कीमत सिर्फ 1736.50 रुपये थी। लेकिन इस महीने की शुरूआत यानी आज 1 नवंबर 2021 को ही इसमें 264 रुपये की भारी बढ़त कर दी गई है। इंडियन आयल की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली (Delhi) में अब कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 2000.50 रुपये हो गई है। इसी तरह कोलकाता (Kolkata) में 19.2 किलो वाले सिलेंडर की कीमत 2073.5 रुपये, मुंबई (Mambai) में 1950 रुपये और लखनऊ (Lucknow) में 2093 रुपये हो गई है।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर उपभोक्ताओं को राहत
अगर घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो आज इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली में 14.2 किलो वाला बिना सब्सिडी का गैस सिलेंडर 899.50 रुपये का ही मिल रहा है। बता दें 6 अक्टूबर को इसके दाम में बढ़ोतरी की गई थी। वहीं, एक अक्टूबर को केवल 19 किलो वाले कामर्शियल सिलेंडरों के दाम बढ़ाए गए थे। कोलकाता में 926 और चेन्नई में अभी भी 14.2 किलो वाला LPG सिलेंडर 915.50 रुपये में मिल रहा है।
खाना-पीना होगा महंगा
व्यवसायिक गैस सिलेंडरों में हुई दामों में बढ़ोतरी के बाद रेस्टोरेंट का खाना-पीना काफी महंगा हो जाएगा। गौरतलब है कि सब्जियों के दाम, सरसों के तेल की आसमान छूती कीमत की वजह से रेस्टोरेंट वाले पहले से काफी परेशान हैं। अब एलपीजी सिलेंडर की भारी कीमत से वे खाने-पीने के दाम बढ़ाने को मजबूर हो सकते हैं।
100 रुपये से ज्यादा का नुकसान
बता दें कि LPG कीमतों में बढ़त की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी। हालांकि घरेलू गैस की कीमतें अभी न बढ़ाकर तेल कंपनियों ने कुछ राहत दी है, लेकिन बाद में इन्हें भी बढ़ाया जा सकता है। एक न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर को लागत से कम मूल्य पर बेचने से होने वाला नुकसान (अंडर रिकवरी) अब 100 रुपये प्रति सिलेंडर से ज्यादा हो चुका है।