मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी भाजपा: नड्डा ने मप्र के नेताओं के साथ दिल्ली में किया बड़ा मंथन, इन मुद्दों पर रहा फोकस
नयी दिल्ली। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अभी 15 महीने से अधिक का वक्त है, लेकिन इससे पहले भाजपा सत्ता-संगठन को और मजबूती देने में जुट गई है। इसी कड़ी में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को मप्र के सत्ता और संगठन के नेताओं के साथ दिल्ली में बड़ी बैठक की। भाजपा के पुराने मुख्यालय 11, अशोक रोड में हुई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में नड्डा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा पार्टी की मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मध्य प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष और प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा शामिल हुए।
चुनाव के संबंध में रणनीति बनाने पर जोर
सूत्रों ने यह भी बताया कि बैठकों का उद्देश्य अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में भाजपा की तैयारियों का जायजा लेना और आगे की रणनीति तैयार करना था। सबसे खास बात यह है कि ये बैठक ऐसे समय हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में मंत्रिपरिषद विस्तार और पार्टी के राज्य संगठन में फेरबदल की अटकलें हैं। मध्य प्रदेश मंत्रिपरिषद में चार पद फिलहाल खाली हैं।
योजनाओं के लाभार्थियों को साधने पर भी चर्चा
बैठक से यह भी बात सामने निकलकर आई है कि मध्य प्रदेश में चुनावी वर्ष में सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल के साथ ही केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क बनाने और उन्हें साधने को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा की सत्ता में वापसी के लिए मुफ्त अनाज योजना, आवास योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों का समर्थन मिलने को एक बड़ा कारण माना जाता है।
2018 में करना पड़ा हार का सामना
ज्ञात हो कि वर्ष 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़े कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था और वहां कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस का एक धड़ा बाद में भाजपा में शामिल हो गया और फिर शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी।