शाजापुर। मप्र सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले कम होने की बजाय बढ़ते जा रहे ही जा रहे हैं। आए दिन किसी न किसी जिले से रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे हैं। अब तो ऐसा लगने लगा है कि मप्र में जितने भी अधिकारी हैं, सभी भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में लिप्त हैं। अब इससे जुड़ा नया मामला शाजापुर जिले से आ गया है। यहां पर लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि पटवारी ने एक किसान के जमीन का नामांतरण करने के लिए 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। इसके बाद किसान लोकायुक्त के पास पहुंचा और आरोपी पटवारी की शिकायत की। टीम ने आरोपी पटवारी को जाल में फंसा कर रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार पटवारी शाहिद शाह जिले के कुलमनखेड़ी का रहने वाला है। वह जिले की शाजापुर तहसील के नारायण गांव के हल्का नंबर 26 का पटवारी है और काशी नगर स्थित एक मकान में कार्यालय संचालित करता है।
यह है पूरा मामला
शाजापुर जिले के नारायण गांव निवासी किसान प्रेम सिंह गुर्जर के पिता और चाचा भगवान सिंह गुर्जर की 13 एकड़ जमीन का बंटवारे और पावती अलग अलग करवानी थी, जिसे लेकर किसान लंबे समय से परेशान था। मामले को लेकर किसान पटवारी शाहिद शाह जो उनके गांव ने पदस्थ था के पास पहुंचा और जमीन नामांतरण करने की बात कही। जिसके लिए पटवारी ने किसान से 45000 हजार रुपये की मांग की। चालीस हजार रुपये में बात तय की गई थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने पटवारी को 5 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
गुरुवार को किसान प्रेम सिंह गुर्जर ने उज्जैन लोकायुक्त में पटवारी के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। जिस पर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा के निर्देश पर एक टीम गठित कर किसान को 5000 हजार रुपये देकर शाजापुर रवाना किया गया। किसान तय राशि में से 5000 रुपये पटवारी को देने के लिए काशी नगर मजार युशुफी दरगाह रोड स्थित आॅफिस में देने पहुंचा। जैसे ही किसान ने पटवारी को रुपये दिए उसके तुरंत बाद पीछे से आ रहे लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव की टीम ने पामार मार दिया। आॅफिस में घुसी टीम को देखकर पटवारी शाहिद शाह कार्यालय से बाहर निकलकर सोयाबीन के खेत में भागने लगा। लेकिन, टीम ने पीछाकर उसे पकड़ लिया और उसके पास से रिश्वत के 5000 रुपये जब्त किए।