मप्र में कोरोना के खिलाफ शिवराज की निर्णायक जंग
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना (Corona) के बेकाबू रुख को रोकने के लिए राज्य सरकार ने एक आशा भरा कदम उठाया है. अब राज्य में सेना की मदद से इस महामारी की रोकथाम और बीमारों की देखभाल सहित आवश्यक दवाओं और उपकरणों सहित अन्य जरूरी सामान का भी बंदोबस्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने खुद इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से अनुरोध किया था. जिसके बाद सेना की मदद मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इस तरह राज्य में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कोरोना के खिलाफ निर्याणक जंग शुरू कर दी है.
इससे पहले भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से बचने के लिए जरूरी दवाओं और इंजेक्शन की अतिरिक्त खेप का बंदोबस्त करवाकर उसे राज्य के प्रभावित हिस्सों तक सरकार की निगरानी में भिजवाया था. सरकार ने कई प्राइवेट अस्पताल और संस्थानों में भी पीड़ितों के लिए पलंग तथा ऑक्सीजन सहित दवाओं का भी प्रबंध करवाया है. कोरोना का संक्रमण और न फ़ैल सके, इसके लिए प्रभावित इलाकों में कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) सहित अन्य आवश्यक प्रतिबन्ध भी लागू किये गए हैं. इनमें आवश्यक सेवाओं के चालू रहने एवं दवाओं सहित रोजमर्रा के जरूरी सामानों की सतत उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी है, ताकि आम लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण (Corona Vaccination) को भी गति प्रदान की है. कोविड से बचाव के लिए जरूरी वैक्सीन की पहली खुराक देने का काम तेज गति से पहले ही चल रहा था. अब एक मई से अठारह साल तथा इससे भी ऊपर की आयु वाले लोगों के लिए वैक्सीन का अभियान शुरू किया जा रहा है.
देश का पहला राज्य
इस तरह मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां कोरोना से निपटने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा आवश्यकता हुई तो मप्र शासन सेना अस्पतालों में आइसोलेटेड रोगियों के लिए ऑक्सीजन व्यवस्था भी उपलब्ध करवाएगा । इस सिलसिले में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले सेना के अधिकारियों ने रोगियों की समुचित देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ (Para medical staff) उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।