मप्र के दस जिलों में प्रतिबंधों की पहली रात: इंदौर-भोपाल में तय समय में बंद हुई दुकानें, कुछ जिलों में कम दिखी सख्ती
भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश में एक बार फिर रोजाना 800 से ज्यादा कोरोना के केस आ रहे हैं। इसे लेकर बुधवार की रात से सख्ती शुरू हो गई है। भोपाल-इंदौर में बुधवार से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के 8 शहरों में रात 10 बजे के बाद बाजार बंद करने के आदेश दिए गए हैं। प्रतिबंधों की पहली रात भोपाल और इंदौर में तय समय 10 बजे बाजार और खाने-पीने की सभी स्टॉल बंद हो गए। बाहर निकलने वालों से वजह पूछी गई। वहीं, ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में कुछ बाजार खुले रहे। पुलिस ने रात 11 बजे सख्ती करके बाजार बंद कराया। उज्जैन में बारिश की वजह से बाजार 10 बजे से पहले ही बंद हो गए।
भोपाल- 100% मॉर्केट बंद, बाहर निकलने वालों से किए सवाल
भोपाल में बुधवार रात 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लगने के पहले ही 100% मार्केट और दुकानें बंद कर दी गईं। पुलिस जवान चौराहों पर पहले से ही बैरिकेडिंग कर तैनात थे। सायरन बजाते हुए रात 10 बजे से पहले दुकान बंद करने की हिदायत देते रहे। इसके बाद निकलने वाले लोगों के नाम पता नोट किए गए। उनसे बाहर निकले की वजह पूछी गई। उन्हें गुरुवार से नाइट कर्फ्यू की गाइडलाइन का पालन करने की हिदायत दी। बिना किसी कारण के घर से नाइट कर्फ्यू में नहीं निकलने को कहा।
इंदौर- 30 मिनट में बाजारों में छा गया सन्नाटा
इंदौर में जैसे ही 10 बजे वैसे ही पुलिस की सायरन की आवाज गलियों में गूंजने लगी। सभी पुलिसकर्मी दुकानों को बंद कर आते दिखाई दिए। 30 मिनट के अंदर ही शहर के भीड़भाड़ वाली सड़कों पर सन्नाटा छा गया। सबसे पहले टीम 56 दुकान एरिया पहुंची। 10 बजते ही पुलिस की सिटी के साथ दुकानें बंद होने लगीं। शहर की सड़कों पर पुलिस तैनात होकर आने-जाने वालों से पूछताछ करने लगी। साढ़े 10 बजते-बजते सब सूना होने लगा। इंदौर ऐसा शहर है, जहां टढ में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं। यहां कोरोना पॉजिटिव प्रतिदिन 250 के ऊपर निकल रहे हैं, इसलिए यहां पर सबसे ज्यादा सख्ती भी की जा रही है।
ग्वालियर- स्टेशन बजरिया और इंदरगंज के बाजार खुले रहे
शहर में 10 बजे से बाजार बंद का प्रतिबंध मिलाजुला रहा है। शहर के प्रमुख बाजार बाड़ा और सराफा रात 10 बजे बंद हो गए। लेकिन इंदरगंज के बाजार रात 11 बजे तक खुले रहे। यहां बेखौफ कारोबार होता रहा। यही हाल स्टेशन बजरिया का रहा है। यहां खान पान के सेंटर की छूट थी। पर उनकी आड़ में दुकानें भी खुली नजर आईं, बाद में पुलिस ने सख्ती करके बाजारों को बंद कराया। मुरार के बाजारों में कोरोना और प्रतिबंध की दहशत नजर आई। यहां रात 10 बजे तक खुलने वाले बाजार भी 20 से 30 मिनट पहले बंद हो गए।
जबलपुर- बाजार व दुकानें बंद, चौपाटी रही गुलजार
जबलपुर में भी रात 10 बजे बाजारों व दुकानों को बंद कराने के आदेश पर बुधवार रात से अमल शुरू किया गया। यहां हालात अलग ही नजर आए। दस बजे बाद प्रमुख मार्केट व बाजार तो बंद हो गए थे, लेकिन गलियों में बाजार गुलजार दिखे। अधिकतर स्थानों पर लोग बिना मास्क के थे। सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं कोई पालन नहीं दिखा। पुलिस रात 10 बजे सक्रिय हुई। जिला प्रशासन या नगर निगम का कोई अमला नहीं दिखा।
छिंदवाड़ा- 90% दुकानें तय समय पर बंद
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छिंदवाड़ा में अधिकांश स्थानों बाजार व्यापारियों स्वत: बंद किया। फव्वारा चौक, सत्कार तिराहे की 90 प्रतिशत से ज्यादा बन्द दिखाई दीं। इसके उलट बस स्टैंड के मानसरोवर कॉम्प्लेक्स के सामने जेल कॉम्प्लेक्स की कुछ दुकानें खुली दिखाई दीं। छिंदवाड़ा जिले महाराष्ट्र के नागपुर का समीपवर्ती जिला होने की वजह से राज्य शासन ने रात्रि में 10 बजे सुबह 6 बजे तक बाजार बंद करने के निर्देश दिए हैं। यहां प्रतिदिन 10 से 20 केस सामने आ रहे हैं।
रतलाम- दुकानें बंद कराई, बिना मॉस्क मिलने पर 200 रुपए फाइन लगाया
बुधवार रात 10 बजे से पूरे मार्केट को बंद करवाया गया है। दवाई, दूध और किराना जैसी जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद किए गए हैं। यहां मास्क को लेकर भी प्रशासन की सख्ती नजर आया। बिना मास्क के पकड़े जाने पर 200 रुपए का स्पॉट फाइन लगाया गया। रतलाम में अब तक कोरोना के मरीजो की संख्या 4 हजार 600 के पार पहुंच गई है । एक्टिव मरीजों की संख्या 175 है जबकि 84 मरीजों की अब तक मौत हुई है।
खरगोन- आमतौर पर यहां 10 बजे दुकानें बंद हो जाती हैं
रात 10 बजे से बाजार बंद करने के निर्णय का यहां कोई फर्क वैसे ही नहीं पड़ा। खरगोन में आमतौर पर 90% दुकानें रात 10 बजे तक बंद हो जाती हैं, इसलिए पुलिस को कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ी। कलेक्टर अनुग्रह पी ने निर्देश दिया है कि महाराष्ट्र से कोई व्यापारी जिले में नहीं आएगा। भगोरिया मेला भी नहीं लगेगा। होली की गेर पर भी रोक लग गई है।
बुरहानपुर- पहले से ही रात 10 बजे बाजार बंद करा दिए जाते हैं
यहां पहले से ही प्रशासन द्वारा 10 बजे तक बाजार बंद करा दिए जाते हैं। हालांकि मास्क को लेकर खास सख्ती नहीं हैं। नई गाइडलाइन को लेकर कलेक्टर प्रवीण सिंह का कहना है कि जिले के लिए रात 10 बजे तक बाजार बंद करने के निर्देश नहीं मिले हैं। वैसे भी आमतौर पर 10 बजे तक बाजार बंद करवाए जा रहे हैं। जिले की सीमा से महाराष्ट्र के तीन जिले अमरावती, बुलढाणा और जलगांव लगते हैं। कलेक्टर ने यहां से आने वाले यात्रियों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आने को कहा है। चेकपोस्ट पर भी जवान तैनात हैं।
बैतूल- खुली रहीं दुकानें
यहां रात 10:30 बजे तक कुछ दुकानें खुली रहीं। मुख्य बाजार ओडी और गंज बाजार बंद हो गए थे। सड़कों पर पुलिस भी नदारद थी। बाजार बंद कराने के आदेश सख्ती से पालन नहीं हुआ।
उज्जैन- नहीं दिखी सख्ती
यहां भी रात को सख्ती के निर्देश दिए गए हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन ने अलग से कोई गाइडलाइन नहीं बनाई है। ऐसे में 17 मार्च की रात सबकुछ सामान्य जैसा रहा। हालांकि बारिश होने से रात को सड़क सूनी होने लगी थीं।