मन की बात में पीएम ने दी त्योहारों की बधाई, कोरोना संकट से बचने कड़ाई और दवाई पर दिया जोर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 75वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। पीएम ने कोरोना के बीच होली को लेकर भी सलाह दी है। कोरोना संकट से बचने के लिए उन्होंने कड़ाई और दवाई पर जोर दिया। बहरहाल, पीएम मोदी ने बताया कि मन की बात के 75वें संस्करण पर लोगों ने बधाई दी है। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए श्रोताओं से पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं कि आपने इतनी बारीक नजर से ‘मन की बात’ को फॉलो किया है और आप जुड़े रहे हैं। ये मेरे लिए बहुत ही गर्व का विषय है, आनंद का विषय है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज, इस 75वें संस्करण के समय सबसे पहले मन की बात को सफल बनाने के लिए, समृद्ध बनाने के लिए और इससे जुड़े रहने के लिए हर श्रोता का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
ताली-थाली की चर्चा
कोरोना संकट के मद्देनजर पीएम मोदी ने पिछले साल उठाए गए कदमों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ये मार्च का ही महीना था, देश ने पहली बार जनता कर्फ्यू शब्द सुना था। मगर इस महान देश की महान प्रजा की महाशक्ति का अनुभव देखिये, जनता कर्फ्यू पूरे विश्व के लिए एक अचरज बन गया था। अनुशासन का ये अभूतपूर्व उदाहरण था, आने वाली पीढ़ियां इस एक बात को लेकर के जरूर गर्व करेंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि उसी प्रकार से हमारे कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान, आदर जताने के लिए लोगों ने थाली, ताली बजाई, दीया जलाया। आपको अंदाजा नहीं है कोरोना वॉरियर्स के दिल को कितना छू गया था वो, और, यही कारण है जो पूरी साल भर, वे बिना थके, बिना रुके, डटे रहे।
महिला खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तारीफ
ये दिलचस्प है, इसी मार्च महीने में, जब हम महिला दिवस मना रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने मेडल्स और रिकॉर्ड्स अपने नाम किये हैं। आज, शिक्षा से लेकर उद्यमिता तक, आॅर्म्ड फोर्सेज से लेकर साइंस एंड टेक्नोलॉजी तक, हर जगह देश की बेटियां अपनी अलग पहचान बना रही हैं। दिल्ली में आयोजित निशानेबाजी में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में भारत शीर्ष स्थान पर रहा। गोल्ड मेडल्स के मामले में भी भारत ने बाजी मारी। ये भारत के पुरुष और महिला निशानेबाजों के शानदार प्रदर्शन की वजह से मुमकिन हो पाया। पीवी संधु ने बीडब्ल्यूएफ ओपन में सुपर 300 टूर्नामेंट सिल्वर मेडल जीता है।
बता दें कि देश में कोरोना के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं, इसे लेकर पीएम चिंता जता चुके हैं। इससे पहले उन्होंने 28 फरवरी को इस कार्यक्रम के जरिये राष्ट्र को संबोधित किया था। उस दौरान पीएम मोदी ने लोगों से जल संरक्षण करने की अपील की थी।
इसके अलावा पीएम मोदी ने तमिल भाषा की तारीफ करते हुए कहा था कि वह तमिल भाषा सीख नहीं पाए। यह उनकी कमी है। उन्होंने कहा था कि ”मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया, मैं तमिल नहीं सीख पाया। यह एक ऐसी सुंदर भाषा है, जो दुनिया भर में लोकप्रिय है। बहुत से लोगों ने मुझे तमिल साहित्य की क्वालिटी और इसमें लिखी गई कविताओं की गहराई के बारे में बहुत कुछ बताया है।”
पीएम मोदी ने अपने इस संबोधन के दौरान लोगों से करोनो वायरस महामारी संकट के बीच एहतियात बरतने की भी अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि किसी भी तरह की कोई भी लापरवाही ना बरतें। पीएम मोदी ने अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहीं छात्राओं और छात्रों को भी संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि, ”आप सब को याद है ना वॉरियर बनना है वोरियर नहीं, हंसते हुए परीक्षा देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। किसी और से नहीं, अपने आप से ही स्पर्धा करनी है।”