कोरोना को आमंत्रण: रतलाम में कलश यात्रा के दौरान उमड़ी हजारों की भीड़, वीडियो वायरल होते ही जागा प्रशासन

मध्य प्रदेश: रतलाम। मध्यप्रदेश में कोरोना काल (corona period) में लगाई गईं पाबंदियों (restrictions) से राहत तो मिलने लगी है लेकिन राहत मिलते ही लोगों ने कोरोना को आमंत्रण (invitation to corona) देना शुरू कर दिया है। अभी ताजा मामला रतलाम जिले (Ratlam District) के बरबोदना गांव का है। यहां पर एक धार्मिक आयोजन (religious event) में कलश यात्रा (Kalash Yatra) के दौरान हजारों लोगों की भीड़ उमड़ गई। इस बड़ी लापरवाही (great carelessness) के कारण महामारी (Pandemic) के फैलने का खतरा भी पैदा हो गया है। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस पूरे कार्यक्रम की जानकारी न तो शासन को थी और प्रशासन को। वीडियो वायरल (video viral) होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और वहां पर पदस्थ पटवारी और सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि गांव में हनुमान मंदिर पर पर धार्मिक कार्यक्रम (religious program) आयोजित किया गया। इसी के लिए गांव में शोभायात्रा और 108 कलश की गंगाजल यात्रा (Gangajal Yatra) निकाली गई थी। यात्रा में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों और बड़ी संख्या मे महिलाएं भी शामिल हुईं। खास है कि ग्रामीणों ने आयोजन ऐसे समय किया, जब रतलाम में कोरोना बेकाबू रफ्तार (Corona uncontrollable speed) बड़ी मुश्किल से काबू में आई है। कलश यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने गांव को सील कर दिया है।
गौरतलब है, बरबोदना के पास गुणावद गांव में भी पिछले दिनों शहीद हुए सेना के जवान कन्हैया लाल जाट (Kanhaiya Lal Jatt) की अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़ थी। इसके बाद आसपास के गांव को प्रशासन (Administration) ने सील किया था। स्वास्थ्य सर्वे भी करवाया गया था। एक बार फिर ग्रामीणों ने धार्मिक आयोजन के बहाने भीड़ इकट्ठा कर संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया। रतलाम जिले में अब तक कुल 308 लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं। 17 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। बहरहाल, मामले में धार्मिक आयोजन करने वाले ग्रामीणों और वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों पर धारा 188 के तहत केस भी दर्ज किया जाएगा।