6.65 लाख की चोरी का मामला: पुलिस के चंगुल से बचने आरोपी ने रची मौत की झूठी कहानी: जांच में खुलासा
छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कथित तौर पर 6.65 लाख रुपए की नकदी चोरी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी ने अपने मौत की झूठी कहानी गढ़ी थी। हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी का नाम सुनील नामदेव बताया जा रहा है।
पुलिस अधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल 16 जुलाई को व्यापारी सुधीर अग्रवाल ने बमीठा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि मिनी ट्रक चालक सुनील नामदेव राजनगर कस्बे में उनके द्वारा भेजी गई लोहे की छड़ें देने के बाद वहां से मिले 6.65 लाख रूपये लेकर गायब हो गया है और उसका वाहन एक गोदाम में लावारिस हालत में मिला था।
जबकि 24 जुलाई बमीठा थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला था, आरोपी के परिवार ने उस शव की शिनाख्त नामदेव के तौर पर की और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शव बेहद क्षत विक्षत हालत में था लेकिन नामदेव के घरवालों ने दूर से ही देख कर तत्काल उसकी शिनाख्त कर दी,जिससे परिवार वालों पर पुलिस को संदेह हुआ और पुलिस अधिकारी ने शव के डीएनए की जांच कराने के आदेश दिए।
जांच में मृतक का डीएनए नामदेव के परिवार के सदस्यों के डीएनए से नहीं मिला, जिससे यह बात सामने आई कि शव नामदेव का नहीं था। उन्होंने कहा कि इसी बीच व्यापारी अग्रवाल ने तीन मई को बागेश्वर धाम मंदिर के रास्ते में नामदेव को देखा और जब उससे अपने पैसे मांगे तो नामदेव ने कथित तौर पर व्यापारी को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड में वह पहले ही मर चुका है।
अधिकारी ने कहा कि अग्रवाल ने पुलिस को इसकी शिकायत की जिसके बाद पुलिस के एक दल ने नामदेव को पिछले सप्ताह गढ़ तिगड्डा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नामदेव के पास से पांच लाख रुपए भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस नामदेव के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।