मध्यप्रदेश

स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा- जून में नहीं खुलेंगे स्कूल, बच्चों को लेकर नहीं ले सकते रिस्क

मध्यप्रदेश: भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने आज बड़ा निर्णय लेते हुए 12वीं बोर्ड 12th board() की परीक्षाएं तो रद्द कर दी हैं लेकिन जून में स्कूल खुलने के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने कहा कि स्कूल तो अभी नहीं खोले जाएंगे लेकिन 15 जून के बाद से स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया (admission process) शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को लेकर कोई रिस्क नहीं ले सकते हैं। स्थिति सामान्य होने पर ही यह संभव होगा।

परमार ने कहा कि मंत्री समूह (group of ministers) सप्ताह में एक बार बैठक कर कोरोना (Corona) की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेगा। यदि संक्रमण काबू में रहता है तो ही फिर से स्कूल खोलने को लेकर विचार किया जाएगा। सरकार ने स्कूल खोलने के लिए आनलाइन सुझाव (online suggestion) मांगे हैं। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) की वेबसाइट पर (mp.mygov.in) लिंक 2 जून से खोल दिया गया है। इस पर प्राचार्यों, शिक्षा संस्थानों, अभिभावकों, स्टूडेंट़स तथा आम नागरिकों से 30 जून तक सुझाव दे सकते हैं। इससे स्पष्ट है कि जून माह में स्कूल खुलने की संभावना नहीं है।

4 बिदुओं पर मांगे सुझाव

  • शैक्षणिक सत्र 2021-22 प्रारंभ करने के बारे में क्या सुझाव हैं?
  • प्ले स्कूल , प्राइमरी व मिडिल स्कूल (कक्षा 1 से 8) कब खोले जाएं?
  • कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल निकट भविष्य में खोले जा सकते हैं?
  • आॅनलाइन / आफलाइन शिक्षण पद्धति पर क्या सुझाव है?





कई राज्यों ने स्कूल खोल दिए, लेकिन फिर बंद करने पड़े
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में कहीं सीमित लॉकडाउन (lockdown), तो कहीं रात का कर्फ्यू लगाने जैसे सख्त बंदोबस्त किए गए हैं। लंबे समय बाद खुले स्कूल गुजरात, पंजाब और महाराष्ट्र के कई इलाकों में स्?कूल-कॉलेजों को फिर से बंद करना पड़ा है। पंजाब में बोर्ड परीक्षाओं (board exams) को एक महीने के लिए टाल दिया गया है।

शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार का प्रयास जारी
सरकार ने कहा है कि कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण और कोरोना कर्फ्यू (corona curfew) के चलते जीवन में बहुत सारे बदलाव देखे हैं। इन परिवर्तनों ने हमारी आवश्यकताओं को नए सिरे से चिन्हित और परिभाषित भी किया है। इनमें प्रमुख रूप से शिक्षा भी है। वर्तमान समय की यथास्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार स्कूल शिक्षा को विद्यार्थियों के अनुकूल बनाने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है, इस दिशा में निरंतर नवाचार भी किए जा रहे हैं। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत नवीन शिक्षण सत्र प्रारंभ करने के संबंध में सुझाव मांगे गए हैं।

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