बारिश का कहर: सिरोंज में बाढ़ से उजड़ा सैकड़ों परिवारों का घर, जान बचाने पेड़ों पर चढ़े लोग

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सूबे में लगातार भारी बारिश (Havy Rain) का दौर जारी है। ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal) में तबाही मचाने के बाद अब बारिश ने अपना रुख विदिशा (Vidisha), अशोकनगर (AshokNagar) और गुना (Guna) की ओर कर लिया है। बताया जा रहा है कि विदिशा जिले में हो रही लगातार बारिश से सिरोंज (Sironj) की स्थिति खराब होती जा रही है और यहां पर बाढ़ जैसे हालात होने के कारण सैकड़ों परिवारों (hundreds of families) का घर उजड़ गया है, यहां तक की लोगा अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों का सहारा ले रहे हैं। सिरोंज तहसील के ग्राम रिनिया (village renia) में बाढ़ से घिरे लोगों ने अपनी जांच के लिए 24 घंटे से अधिक तक का समय पेड़ों पर चढ़े रहे।
मासूम बच्चों के साथ पेंड पर गुजारी रात
बताया जा रहा है कि भारी बारिश के बाद गांव के समीप से गुजरी कैथन नदी (Kaithan River) के बिकराल रूप में होने के कारण नदी के किनारे बसा एक परिवार बाढ़ की चपेट में आ गया था। जिसके कारण परिवार के छह सदस्यों ने अपनी जान बचाने के लिए पड़ों पर चढ़ गए और उनको अपनी रात पेड़ पर ही बितानी पड़ी। मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर आने में देरी हुई। जिला प्रशासन बचाव कार्य में जुटा रहा 24 घंटे के बाद आज सुबह रेस्क्यू आपरेशन (rescue operation) कर पेड़ पर चढ़े परिवार को सुरक्षित निकाला।
महिलाओं ने दिखाया साहस
खबर के मुताबिक 26 वर्षीय लक्ष्मी (Laxmi) एवं 24 वर्षीय सुनीता (Sunita) अपने मासूम बच्चों को लेकर जिस पेड़ पर बैठी हुई थीं उस पेड़ के नीचे लगभग 12 फिट पानी था। पानी का बहाव इतना तेज था कि इसको देख लोगों की रूह कांप जाए। इसके बाद भी महिलाओं ने अपना साहस दिखाते हुए रात भर पेड़ों पर चढ़ी रहीं।
गौरव ने सुनाई रात की डरावनी आपबीती
28 वर्षीय गौरव (Gaurav) ने डरावनी रात की आपबीती सुनाते हुए बताया भाई 25 वर्षीय छोटू, सुनीता, लक्ष्मी, 9 वर्षीय बेटा यश, 2 वर्षीय छोटू हम पेड़ पर थे। पेड़ के नीचे पानी का बहाव बहुत ज्यादा तेज हो चुका था फिर भी आत्मबल कम नहीं हुआ। लेकिन जब रात को तेज हवा और पानी आना शुरू हुआ उस समय ऐसा लगा कि अब बचना संभव नहीं है। पानी की हिलोर से जब पेड़ का डगमगाना शुरू होता था तो बहुत डर लगने लगता था लेकिन मेरी पत्नी लक्ष्मी बहुत ही साहस के साथ सबको हिम्मत देने का कार्य कर रही थी।