मंगलवार से नए संसद भवन में संचालित होगी सदन की कार्यवाही,पुराने भवन से नए भवन तक पैदल चलकर जाएंगे पीएम मोदी
खड़गे ने की आप सांसदों के निलंबन वापस लेने की मांग राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने धनखड़ से आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह और राघव चड्ढा का निलंबन वापस लेने का आग्रह किया।

नई दिल्ली : सोमवार से संसद का विशेष सत्र शुरु हो गया है। सोमवार को पुराने सदन में कार्यवाही हुई। वहीं मंगलवार को 11 बजे संसद के सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। जानकारी के मुताबिक, कार्यक्रम में 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया जाएगा। इसके बाद संसद का कामकाज पुराने संसद भवन से नए संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
पीएम मोदी पुरानी संसद से नई संसद तक पैदल चलकर जाएंगे
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरानी संसद से नई संसद तक पैदल चलकर जाएंगे। वह अपने हाथ में संविधान की प्रति भी लेकर जाएंगे। इस दौरान उनके साथ भाजपा के सभी सांसद चलेंगे। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने 28 मई 2023 को नई संसद भवन का उद्घाटन किया था। साल 2020 में पीएम मोदी ने ही नई संसद के निर्माण की नींव रखी थी। नए संसद भवन में नई आशाओं, नई उम्मीदों के साथ प्रवेश करेंगे- बिरला इससे पहले संसद के विशेष सत्र के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा को सूचित किया कि सोमवार को संसद भवन में कार्यवाही का अंतिम दिन है और आज के बाद सदन की कार्यवाही नए भवन में संचालित होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी सदस्य नए संसद भवन में नई आशाओं, नई उम्मीदों के साथ प्रवेश करेंगे। बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि नए भवन में भारत का लोकतंत्र नई ऊंचाईयां प्राप्त करेगा।
बिरला ने पूर्व लोकसभा अध्यक्षों के योगदान का किया जिक्र
सदन को सम्बोधित करते हुए बिरला ने कहा कि संसद भवन स्वतंत्रता प्राप्ति की ऐतिहासिक घड़ी से लेकर भारत के संविधान निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया और इसके साथ आधुनिक राष्ट्र की गौरवशाली लोकतांत्रिकक यात्रा का साक्षी रहा है। स्वतंत्र भारत की प्रथम लोकसभा के अध्यक्ष गणेश वासुदेव मावलंकर को याद करते हुए बिरला ने कहा कि देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था के प्रथम अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नियम समिति, विशेषाधिकार समिति, कार्य मंत्रणा समिति सहित कई अन्य संसदीय समितियों की स्थापना की और सदन के अंदर उच्चतम परंपराओं की नींव रखी। अन्य सभी पूर्व लोकसभा अध्यक्षों के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि उनसे पूर्व 16 अध्यक्षों ने संसद की श्रेष्ठ परम्पराएं स्थापित की हैं। सदन को संवाद संस्कृति का जीवंत प्रतीक बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न दलों के बीच सहमति-असहमति के बीच पिछले 75 वर्षों में देशहित में सामूहिकता से निर्णय लिए गए तथा संसदीय विचार-विमर्श की पद्धति से देश की जनता के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए कानून बनाए गए।
खड़गे ने निलंबन वापस लेने का किया आग्रह
उन्होंने कहा कि आपदा और संकट के समय में भी सदन ने एकजुटता और प्रतिबद्धता से उनका सामना किया है।
खड़गे ने की आप सांसदों के निलंबन वापस लेने की मांग राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने धनखड़ से आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह और राघव चड्ढा का निलंबन वापस लेने का आग्रह किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब सदन में इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हो रही है तो दो सदस्यों का बाहर होना अच्छा नहीं लगता। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि दो सदस्यों को बाहर रखते हुए सत्र शुरू करना उचित नहीं लगता।” सभापति ने खरगे के अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया।
चड्ढा ने खड़गे का जताया आभार
चड्ढा ने बाद में ‘एक्स’ पर खडगे का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ ‘इंडिया’ (विपक्षी गठबंधन-इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के सदस्य सभी राजनीतिक दलों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने एकजुट होकर मेरे सहयोगी संजय सिंह और मेरे राज्यसभा से निलंबन को रद्द करने की मांग की है। आपके समर्थन की हम बहुत सराहना करते हैं।” आप के दोनों सदस्यों को संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान निलंबित कर दिया गया था। संजय सिंह को पहले राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने सभापति के निर्देशों का बार-बार उल्लंघन किया था। चड्ढा को अगस्त में संसद के उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था, जब चार सांसदों की शिकायत में आरोप लगाया गया था कि आप सदस्य ने उनकी सहमति के बिना सदन की एक समिति में उनका नाम लिया था। इस शिकायत की जांच विशेषाधिकार समिति द्वारा की जा रही है।