MP में भी NIA की दबिश: इंदौर-उज्जैन में मारा छापा, शिकंजे में आए PFI के यह 4 प्रमुख

भोपाल। टेरर फंडिंग के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी ने आज देशभर के 10 राज्यों में सुबह-सुबह पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। इसी कड़ी में जांच एजेंसी ने मध्यप्रदेश में भी छापेमारी की है। मप्र में एजेंसी ने इंदौर और उज्जैन में दबिश दी है। एनआईए ने पीएफआई के मध्य प्रदेश के स्टेट लीडर्स समेत 4 लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लीडरों में अध्यक्ष अब्दुल करीम जावेद, खालिद और उज्जैन से जमील का नाम शामिल है। हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
दरअसल पीएफआई के आतंकवादी संगठनों से कनेक्शन को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने बड़े पैमाने पर छापामार कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार ये टेरर फंडिंग को लेकर रेड की गई है। मध्य प्रदेश के ठिकानों से टेरर फंडिंग का हिसाब किताब और साहित्य भी बरामद किया गया है। एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी में डिजिटल उपकरण, दस्तावेज और नकदी बरामद हुई। बता दें कि मप्र में पीएफआई का नाम कई मामलों में सामने आया था।
पीएफआई से जोड़ा गया था खरगोन दंगा
खरगोन में रामनवमी के जुलूस के बाद हुए दंगों को सुनियोजित साजिश बताकर उसकी लिंक पीएफआई से भी जोड़ी गई थी। इसके बाद प्रदेश के अन्य इलाकों में भी पीएफआई की सक्रियता के दावे किए जा रहे थे। ऐसे में यह कार्रवाई पीएफआई के मंसूबों को सामने ला सकती है। पीएफआई को मालवा-निमाड़ क्षेत्र में एक्टिव माना जाता है। कुछ लोगों का दावा है कि सिमी के ही सक्रिय सदस्य अब पीएफआई में जुड़ गए हैं। इस मामले में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि टेरर फंडिंग से जुड़े मामलों की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
इंदौर के एसीपी ने की पुष्टि
इंदौर में एडिशनल पुलिस कमिश्नर (एसीपी) राजेश हिंगणकर ने पीएफआई पर की गई इस कार्रवाई की पुष्टि की है। गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई का स्टेट हेड अब्दुल करीम बेकरी और जावेद शामिल है। पीएफआइ का एक अन्य प्रमुख पदाधिकारी अब्दुल रऊफ बेलिम पहले से जिलाबदर बताया जा रहा है। इंदौर में जवाहर मार्ग स्थित पीएफआई के आॅफिस में भी एनआईए की टीम ने जांच की है। इस दौरान टेरर फंडिंग से जुड़े दस्तावेज समेत अन्य साहित्य मिलने की बात सामने आ रही है।
छापेमार कार्रवाई की नरोत्तम ने की पुष्टि
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए की छापेमार कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि देश भर के साथ मध्यवप्रदेश में भी कार्रवाई की है। गृह मंत्री ने कहा कि पीएफआई पर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध लगाने का विचार किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में पीएफआई पहले से ही सरकार के रडार पर था। सरकार को मिली इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक प्रदेश में कट्टरवादी संगठन पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया लगातार सक्रिय था और इससे प्रदेश की शांति व्यवस्था को खतरा हो सकता है। खुफिया इनपुट के मुताबिक प्रदेश में पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया के 500 से अधिक सदस्य सक्रिय है।