भाजपा की कांग्रेस में फिर सेंधमारी: सीहोर में जिपं सदस्यों सहित कई कार्यकर्ताओं को दिलाई पार्टी की सदस्यता
भोपाल। मध्यप्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल जुट गए हैं। इसके साथ ही साथ अब एक बार फिर दल-बदल का खेल शुरू हो गया है। हालांकि सेंध मारी के खेल में भाजपा कांग्रेस से आगे निकलती दिख रही है। भाजपा ने इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर से करते हुए कांग्रेस के टिकट पर तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके नेता सहित चार जिला पंचायत सदस्यों व कई अन्य कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर लिया।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए इन सभी नेताओं को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद रमाकांत भार्गव, महेन्द्र सोलंकी, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मालवीय के अलावा कई अन्य नेता भी मौजूद थे। विधानसभा चुनाव से पहले इन नेताओं के पार्टी छोड़ देने पर कांग्रेस के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
यह नेता और कार्यकर्ता भाजपा में हुए शामिल
बता दें कि गोपाल सिंह के साथ उनकी धर्मपत्नी जिला पंचायत सदस्य कृष्णाबाई मालवीय, पांच अन्य जिला पंचायत सदस्य, एक जनपद सदस्य और करीब 20 सरपंच भाजपा में शामिल हुए हैं। गोपाल सिंह के अलावा जो प्रमुख लोग भाजपा में शामिल हुए हैं उनमें अंबाराम मालवीय, हरिसिंह देवड़ा, सुनील एलिया, अरुण श्रीवास्तव, शिशुपाल वर्मा, चंद्रसिंह ठाकुर, बनवारीलाल पटेल, अनूप सिंह सेठ के नाम प्रमुख हैं। गौरतलब है कि आष्टा विधानसभा सीट मुस्लिम बहुल आबादी वाली है और इस बार यहां कांग्रेस की स्थिति अच्छी बताई जा रही थी। मगर इस दलबदल के बाद कांग्रेस को झटका लगा है।
गोपाल सिंह के नेतृत्व में पहुंची भाजपा कार्यालय पहुंची थी टोली
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की आष्टा विधानसभा सीट वाले क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के असंतुष्टों की एक टोली आज मुख्यमंत्री निवास में भाजपा की सदस्यता लेने पहुंची। इसका नेतृत्व कांग्रेस से टिकट पर तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके गोपाल सिंह इंजीनियर ने किया और सदस्यता लेते हुए उन्होंने कहा कि अभी सीमित संख्या में यहां उनके समर्थक आ सके हैं। जल्द ही बाकी के समर्थक भाजपा में आएंगे।