दिल्ली में यूपी पर भाजपा ने किया बड़ा मंथन, किन मुद्दों पर चर्चा हुई बताने से बचते रहे नेता
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के मद्देनजर शुरुआती चरणों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा से पहले भाजपा (BJP) के शीर्ष नेताओं की मंगलवार को दिल्ली में बड़ी बैठक की। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) भी शामिल हुए। जबकि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) कोरोना संक्रमित (corona infected) होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए। जानकारी के मुताबिक भाजपा की यह बैठक शुरुआती चरणों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए बैठक बुलाई गई थी।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा की उत्तरप्रदेश इकाई के कोर समूह ने चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों की एक सूची तैयार की है, खासकर शुरुआती कुछ चरणों के लिए। हालांकि इस बारे में पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। बैठक में और किन मुद्दों पर चर्चा हुई, इस बारे में भी भाजपा नेताओं (BJP leaders) ने कुछ बोलने से परहेज किया।
वहीं बताया यह भी जा रहा है कि चुनावी रणनीति से जुड़े विभिन्न पहलुओं के अलावा 15 जनवरी तक रैलियों, रोड शो और अन्य कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाए जाने और डिजिटल रैली करने संबंधी निर्वाचन आयोग के आदेश के मद्देनजर चुनाव प्रचार के भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई।
भाजपा नेताओं की यह बैठक जैसे ही शुरू की वैसे ही उत्तरप्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की खबर सुर्खियों में आ गई। मंत्री से इस्तीफे के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने मौर्य के साथ अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर साझा कर उनका सपा में स्वागत किया। हालांकि, मौर्य की बेटी और भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने बदायूं में पत्रकारों से कहा कि उनके पिता सपा ही नहीं, फिलहाल किसी दल में शामिल नहीं हुए हैं, वह अगले दो दिनों में आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे।