बढ़ते कोरोना के बीच वैक्सीनेशन की बढ़ी रफ्तार, सीनियर सिटीजन के टीकाकरण में 32 हजार के साथ इंदौर पहले तो भोपाल दूसरे स्थान पर

भोपाल। एक तरफ कोरोना फिर से पांव पसार रहा है। वहीं, वैक्सीनेशन की रफ्तार भी नहीं बढ़ पा रही। टीकाकरण का तीसरा चरण चल रहा है। इसके तहत 60 साल या इससे ज्यादा और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 60 की उम्र वालों का टीकाकरण किया जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें, तो अभी तक सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन इंदौर में हुआ है। यहां 1 लाख 22 हजार 580 लोगों को टीका लग चुका है।
12 मार्च तक कुल 11 लाख 85 हजार 173 लोगों को टीका लग चुका है। इनमें से 60+ उम्र के 2 लाख 27 हजार 395 लोगों को टीकाकरण किया गया है। वहीं, तीसरे चरण में सबसे कम 45 से 60 की उम्र के 29,028 लोगों को टीका लगवाया है। अगर सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाले शहर देखें, तो इसमें क्रमश: इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और फिर उज्जैन की बारी आती है। वहीं, 60 + वाले बुजुर्गों के टीकाकरण में आदिवासी बहुल धार जिले ने उज्जैन और ग्वालियर को भी पछाड़ दिया है।
ज्यादा आबादी के कारण इंदौर-भोपाल आगे
आबादी के लिहाज से देखें, तो इंदौर भोपाल की आबादी ज्यादा है। शायद यही कारण है कि यहां सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन किया गया है। इंदौर में 1 लाख 22 हजार 580 लोगों को टीका लगाया गया है। वहीं, दूसरे नंबर पर भोपाल है। यहां 88 हजार 564 लोगों को टीका लगा है।
छोटे जिलों में बुजुर्गों में जागरुकता कम
अगर 60+ बुजुर्गों के टीकाकरण की स्थिति देखें, तो इसमें अनूपपुर सबसे पीछे है। यहां सिर्फ 60 से ज्यादा उम्र वाले 370 लोगों ने ही टीका लगवाया है। इसके अलावा उमरिया, दतिया, आलीराजपुर और पन्ना में भी 60 से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्ग टीकाकरण में पीछे रहे हैं। बुजुर्गों में सबसे ज्यादा इंदौर में 31,972 लोगों को टीकाकरण किया गया है। इसके अलावा दूसरे नंबर पर जबलपुर है। यहां 11,195 लोगों को टीका लगाया गया है।
45 से 60 उम्र में पिछड़ा चंबल
45 से 60 उम्र की गंभीर बीमारी वालों की बात करें, तो इसमें चंबल सबसे पीछे रहा है। मुरैना में इस उम्र के सिर्फ 31 लोगों ने ही टीका लगवाया है। वहीं, दतिया में महज 70 लोगों को ही टीकाकरण किया गया है।
छोटे जिले में भी रुचि कम
छोटे जिलों में भी टीकाकरण की गति धीमी है। अभी तक सबसे कम उमरिया में 6760 लोगों को टीकाकरण किया गया है। इसके अलावा आगर, अनूपपुर, हरदा और फिर श्योपुर ऐसे जिले हैं, जहां सबसे कम वैक्सीनेशन किया गया है।
45 से 60 की उम्र में पिछड़ा जबलपुर
जबलपुर भले ही कुल वैक्सीनेशन में आगे हो, लेकिन 45 से 60 उम्र के लोगों को टीकाकरण में यह धार और छिंदवाड़ा से भी पीछे है। यहां इस उम्र के सिर्फ 1219 लोगों ने ही टीकाकरण करवाया है।