बेकाबू कोरोना ने फिर डराया: चार महीने बाद फिर मिले 40 हजार के करीब मामले, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की रफ्तार ने डर पैदा कर दिया है। चार महीने बाद इसके सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। शुक्रवार को देश में संक्रमण के करीब 40 हजार मामले आए जो करीब चार महीने में एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं। अब कई राज्यों में सख्त कदम उठाए जाने लगे हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है महाराष्ट्र और पंजाब लगातार मामले बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को महाराष्ट्र में 25,681 नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पाबंदियां और कड़ी कर दी गईं।
110 दिन का रिकॉर्ड टूटा
बीते 24 घंटों में मिले नए मामलों ने 110 दिन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले साल 29 नवंबर को एक दिन में 38 हजार कोरोना मरीज मिले थे। इसके बाद संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने लगी थी। इस साल 1 फरवरी को 8,635 नए कोरोना केस दर्ज किए गए थे, जो एक दिन में सबसे कम मामले थे।
हर्षवर्धन बोले, टीके पर करें विश्वास
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के टीकों को लेकर अनेक लोगों के मन में पैदा हो रहीं आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि दुनियाभर में वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद टीकों को मंजूरी दी गई है और हमें इन पर विश्वास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत में जिन दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सिन को इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है, वे सुरक्षा, प्रभावशीलता और प्रतिरक्षा क्षमता पैदा करने के मानदंडों पर पूरी तरह खरे उतरते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टि से देश के प्रत्येक व्यक्ति को टीका देने की आवश्यकता नहीं है।
महाराष्ट्र में कड़े नियम लागू
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन भी एक विकल्प है। महाराष्ट्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर सभागारों को 31 मार्च तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही चलाने का निर्देश दिया है। सरकार ने साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नियमों का उल्लंघन किया गया तो केंद्र की अधिसूचना तक महामारी खत्म होने तक उन्हें बंद किया जा सकता है। अधिसूचना में स्वास्थ्य एवं आवश्यक सेवा को छोड़ बाकी निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने का निर्देश दिया गया है।
मुंबई में मॉल आने वालों की कोरोना जांच कराई जाएगी। निजी दफ्तरों को भी 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करने को कहा गया है। सभागारों में धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के अब तक के अधिकतम 25,833 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन एक विकल्प है लेकिन उन्हें विश्वास है कि लोग खुद से नियमों का पालन करेंगे। राज्य में शुक्रवार को कोविड-19 के 25,681 नए मामले आए है जिनमें से 3,062 मामले अकेले मुंबई में आए हैं जो सबसे अधिक है। सीएम ठाकरे ने लोगों से वायरस से बचाव के लिए बिना किसी डर के टीका लगवाने की भी अपील की।
उन्होंने स्वीकार किया कि कोविड-19 स्थिति गंभीर हो गई है क्योंकि बृहस्पतिवार को नए मामलों की संख्या इससे पहले की उच्चतम वृद्धि को पार कर गई जो सितंबर में दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन को एक विकल्प के रूप में देखता हूं। लेकिन मुझे विश्वास है कि राज्य के लोग पिछली बार की तरह सहयोग करेंगे और स्वेच्छा से कोविड-19 नियमों का पालन करेंगे।