रूसी सेना ने बर्बरता की हदें की पार, बूचा शहर में एक साथ 410 लाशों का मिला ढेर, मैरियूपोल भी 90% तबाह

कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के 40 दिन से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक यह जंग नजीते पर नहीं पहुंची है। एक ओर जहां यूक्रेन की सेना रूसी सेना के सामने झुंकने के लिए तैयार नहीं है, वहीं रूसी सेना यूक्रेन के प्रमुख शहरों में बड़ी तबाही मचा रही है। यहां तक की कई शहरों की तस्वीर ही बदल गई है। खंडहर हो चुके यूक्रेन के कई शहर रूसी सेना की बर्बरता का जीता-जागता उदाहरण भी बन गए हैं।
जानकारी के मुताबिक रूसी सेना ने सबसे बड़ी तबाही यूक्रेन के बूचा शहर में मचाई है। यहां से नरसंहार की वह तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो लाशों का पहाड़ बनाती हैं। रूसी सैनिकों के जाने के बाद यहां एक साथ 410 से ज्यादा लाशें मिली। इन लोगों को मारने से पहले इनके साथ जो बर्बरता की गई उसे जानकर कोई भी सिहर उठेगा। खबरों के मुताबिक, बूचा में हुए नरसंहार में ज्यादातर लाशों के हाथ बंधे हुए थे और उनके माथे पर गोली मारी गई थी। यानि, मारने से पहले उनके हाथ बांधकर उन्हें यातनाएं दी गई थीं। अब इन लाशों को दफनाने के लिए 45 फीट लंबी कब्र कीव में खोदी गई है।
मैरियूपोल 90 फीसदी हो चुका है तबाह
जंग में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को नुकसान पहुंचाया है। अधिकतर इमारतें तबाह हो चुकी हैं। हालांकि, सबसे ज्यादा नुकसान पोर्ट सिटी मैरियूपोल को हुआ है। यहां के मेयर क कहना है कि रूसी हमलों में मैरियूपोल 90 प्रतिशत तबाह हो चुका है। इस शहर पर कब्जे के लिए अभी भी रूस और यूक्रेन के सैनिकों के बीच भारी गोलीबारी हो रही है
जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को बताया हत्यारा
इस नरसंहार के लिए यूक्रेन रूस को आरोपी ठहरा रहा है। बूचा से यह तस्वीर सामने आने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को हत्यारा बताया है। उन्होंने कहा रूसी सैनिक हत्यारे हैं। बलात्कारी हैं। लुटेरे हैं। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूसी सैनिक जिन शहरों को छोड़कर जा रहे हैं, वे उसके पीछे एक भयानक मंजर छोड़ते जा रहे हैं। ज्यादातर लाशें वहां मिल रही हैं, जिन इलाकों को रूसी सैनिकों ने अपना अड्डा बनाया था।