मध्यप्रदेश

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मृत मिला बाघ, शावकों को बचाने बाघिन ने किया था हमला

उमरिया। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) के कोर इलाके में एक बाघ मृत पाया गया है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ के पतौर रेंज में बाघ ने बाघिन के साथ घूम रहे उसके दो शावकों को मारने (The tiger killed the two cubs who were roaming with the tigress) की कोशिश की लेकिन बाघिन ने बीच में आकर अपने दोनों शावकों की जान बचा ली और बाघ से भिड़ गई। इस भिड़ंत में बाघ की मौत हो गई है। इस घटना की पुष्टि वन विभाग के एक अधिकारी ने की है।

BTR के उप निदेशक लवित भारती (Deputy Director Lavit Bharti) ने एक बयान में कहा कि बीटीआर के पटौर मुख्य क्षेत्र के तहत बमोर गांव के पास रविवार शाम गश्त के दौरान वनकर्मियों को चार से पांच साल के एक बाघ का शव मिला। जिसकी सूचना पर मौके में पहुंची पार्क प्रबंधन और विशेषज्ञों की टीम (team of experts) ने पूरे क्षेत्र को सील कर दिया है। मौका मुआयना करने के बाद घटनास्थल से कुछ दूर पर नर और मादा बाघ के साथ दो शावकों की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। जिसे देकर प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष में बाघ की मौत होना माना जा रहा है। बहरहाल पार्क प्रबंधन और विशेषज्ञों की टीम सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।





वहीं शव का पीएम कराते हुए उसका दाह संस्कार कर दिया गया। जानकारी के अनुसार गश्ती के दौरान पतौर रेंज के बगहिया बीट के कम्पार्टमेंट नंबर 410 बमेरा गांव के समीप पार्क बाउण्ड्री के किनारे 4 वर्षीय नर बाघ का शव देखा गया। बयान में कहा गया कि श्वान दल की मदद से इलाके की तलाशी करने के बाद, घटनास्थल के 500 मीटर के दायरे में एक बाघ, एक बाघिन और दो बाघ शावकों की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं। इसके चलते क्षेत्र में ग्रामीणों को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

उन्होंने कहा कि मृत बाघ के शव परीक्षण के बाद, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशानिर्देशों के तहत शव को दफनाया गया और इसके विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार, मध्य प्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक 526 बाघ हैं। मध्य प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई बाघ अभयारण्य हैं।

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