छतरपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने गुरुवार से अपनी 9 दिवसीय सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू कर दी है। जो रामराजा सरकार की नगरी ओरछा तक जाएगी। उन्होंने पदयात्रा की शुरुआत सुबह 11 बजे हिन्दू राष्ट्र के नारे के साथ की। यात्रा शुरू करने के पहले महाराज श्री ने सुबह भगवान बागेश्वर महादेव और बालाजी की पूजा-अर्चना की। आरती करने के बाद उन्होंने राष्ट्रध्वज फहराकर राष्ट्रगान गाया। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। पद यात्रा में पहले कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह भी शामिल हुए। गौरतलब है कि हिन्दुओं के बीच मौजूद जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए यह पदयात्रा निकाली जा रही है।
पद यात्रा के दौरान बागेश्वर धाम ने कहा कि वह शालीनता के साथ पदयात्रा में चलें। एक दूसरे का ख्याल रखें। यह एकता यात्रा सभी सनातनियों को जोड़ने के लिए शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि जब तक सभी सनातनियों को एक माला में नहीं पिरोया जा रहा तब तक उनकी कोशिश जारी रहेगी। अखंड भारत हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए उन्होंने सभी सनातनी प्रेमियों का सहयोग मांगा। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यात्रा को लेकर कहा कि देश का हिंदू जाग रहा है और समाज के भीतर मौजूद जातिगत भेदभाव को खत्म कर एकजुट होकर भारत के विकास के लिए आगे आ रहा है। इस पदयात्रा का मकसद हिंदुओं को जगा कर भारत को सामर्थ्यवान बनाना है। यही जागृत हिंदू समाज हिंदू राष्ट्र का निर्माण करेगा।
हम लेकर चल रहे मिशन और विजन
उन्होंने कहा कि हमें तलवारों के बल पर नहीं, बल्कि विचारों के जरिए सभी सनातनियों में बदलाव लाना है। अलग-अलग पंथों में बंटे सनातन हिंदुओं को कट्टर हिंदू बनाने के लिए यह एकता यात्रा निकाली जा रही है। हम मिशन और विजन लेकर चल रहे हैं। सब हिंदू जात-पात का भेद खत्म करें, यही यात्रा का मुख्य लक्ष्य है। महाराज जी ने कहा कि मंदिरों और मस्जिदों में भी राष्ट्रगीत गाया जाना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि इस मातृभूमि से किसे प्रेम है और कौन नफरत करता है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी कई सनातनी लोग शामिल हो रहे हैं। लगभग 20 हजार लोगों ने इस यात्रा में साथ चलने के लिए पंजीयन कराया है। जबकि इससे कई गुना ज्यादा लोग बिना पंजीयन के ही यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
9 दिन में 160 किमी सफर होगा तय
बता दें कि 9 दिनों में यात्रा बागेश्वर धाम से रामराजा मंदिर ओरछा तक करीब 160 किमी का सफर तय करेगी। यात्रा में कुल 8 पड़ाव होंगे। यात्रा में देश के कई संतों के साथ ही कला क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां भी शामिल हैं। ये पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी। इस दौरान बुंदेली कलाकार लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। पदयात्रा में सभी हिन्दू समाजों को एकजुट करने के उद्देश्य से विभिन्न समाजों के महापुरुषों को झांकियों के रूप में सम्मिलित किया जा रहा है।
यात्रा के लिए तैयार किए गए 15 रथ
यात्रा में ऐसे 15 रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरुषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है। इसके अलावा अपने बालों से 160 किमी तक रथ को खींचने वाले बुन्देलखंड के खली बद्री विश्वकर्मा भी उपस्थित रहेंगे। पूरी पदयात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिक शंकर सोनी, सुरेश बाबू खरे, राकेश असाटी आदि राष्ट्रध्वज तिरंगा एवं भगवां ध्वज लेकर चलेंगे। इस पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। पदयात्रा के दौरान कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी आदि भी सम्मिलित होंगे।