ढाका। पड़ोसी देश बांग्लादेश इन दिनों आरक्षण की आग में जल रहा है। दरअसल बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण सिस्टम को खत्म करने की मांग को लेकर छात्र हिसंक प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं पुलिस और छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प में अब तक 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की जान भी जा चुकी है। 2500 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। इसके बाद भी प्रदर्शनकारी छात्र पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। हालात को काबू करने के लिए शेख हसीना राष्ट्रव्यापी कफ्यू लगा दिया और संवेदनशील इलाकों की कमान सेना को सौंप दी है। देश में इंटरनेट सर्विस भी बंद कर दी गई है।
बता दें के आरक्षण के विरोध प्रदर्शनकारी छात्र इतने उग्र हो गए हैं कि लाठी, डंडे और पत्थर लेकर सड़कों पर घूम रहे और बसों और निजी वाहनों को आग के हवाले कर रहे हैं। वहीं छात्र प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में अब तक 105 लोग मारे जा चुके हैं। इसमें 52 मौतें केवल राजधानी ढाका में शुक्रवार को हुईं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की और आंसुगैस के गोले भी दागे। देश में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद हैं। हालात पर काबू पाने के लिए 15 वर्षों से सत्ता में बनी प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। कई दिनों से जारी हिंसा को रोकने में पुलिस के विफल रहने के बाद सेना को तैनात करना पड़ा है। नईमुल इस्लाम ने बताया कि सरकार ने लोगों की सहायता के लिए सेना तैनात करने और कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। स्थित पर काबू पाने के लिए 15 वर्षों से सत्ता में बनी प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है।
हिंसक विरोध प्रदर्शनकों को भारत ने बताया आंतरिक कामला
वहीं भारत ने इन हिंसक विरोध प्रदर्शनों को बांग्लादेश का आंतरिक मामला बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पड़ोसी देश में रह रहे 15000 भारतीय सुरक्षित हैं, जिनमें 8500 के करीब छात्र हैं। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। ढाका में भारतीय उच्चायोग देश लौटने के इच्छुक भारतीय छात्रों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। शुक्रवार रात 8 बजे तक 125 छात्रों सहित 245 भारतीय बांग्लादेश से लौट आए हैं।
405 भारतीय छात्र लौटे
बांग्लादेश की हालत पर भारत की भी करीबी नजर है। भारत ने कहा कि हिंसक प्रदर्शन पड़ोसी देश का आंतरिक मामला है। 8,000 छात्रों समेत करीब 15 हजार भारतीय बांग्लादेश में हैं। सभी सुरक्षित हैं। अब तक 405 छात्र स्वदेश लौट आए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर हालात पर नजर रखे हुए हैं। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमने वहां भारतीयों को सुरक्षा सहायता के लिए परामर्श जारी किया है।