ढाका। पड़ोसी देश बांग्लादेश में गहराए राजनीतिक संकट के बीच कल गुरुवार की देर शाम अंतरिम सरकार ने आकार ले लिया है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। युनूस के मंत्रिमंडल में 17 प्रमुख हस्तियों को जगह मिली है। शपथ समारोह के बाद मोहम्मद युनूस ने अल्पसंख्यक हिन्दुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। साथ उन पर हो हमलों को साजिश भी बताया है। बता दें कि आरक्षण में विरोध में भड़की हिंसा से बांग्लादेश में राजनीतिक संकट गहरा गया था। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर भारत में शरण ले रखी है।
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने मीडिया से बातचीत में कहा, आज हमारे लिए गर्व का दिन है। हमने दूसरी बार आजादी हासिल की है और हमें इसे सुरक्षित रखना है। मोहम्मद यूनुस ने देश के सभी लोगों से आग्रह किया कि उनकी बात सुनें। उनकी सरकार का पहला काम कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाना, अव्यवस्था को नियंत्रित करना और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को रोकना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीड़ितों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। साथ ही अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को साजिश बताया। उन्होंने देश की जनता से अपील करते हुए कहा कि देश के पुनर्निमाण में उनका साथ दें।
शपथ समारोह में भारतीय उच्चायुक्त भी रहे मौजूद
उन्होंने कहा कि वह अंतरिम सरकार का प्रमुख बनने के लिए छात्रों और युवाओं के अनुरोध पर तैयार हुए हैं। यूनुस ने कहा, यदि आपको मुझमें भरोसा है तो आप यह सुनिश्चित करें कि देश के कहीं भी किसी पर भी कोई हमला नहीं होगा। यह हमारी पहली जिम्मेदारी है। यदि मैं ऐसा नहीं कर पाया और आपने मेरी बात नहीं मानी तो मेरा यहां होने का कोई मतलब नहीं है। शपथ ग्रहण समारोह में ढाका में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा भी मौजूद रहे। साथ ही खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी के कई नेता, समाज के अलग-अलग वर्गों के लोग और ब्रिटेन, जापान, चीन, फिलीपीन, ईरान, अर्जेंटीना, कतर, नीदरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई देशों के राजनयिक भी मौजूद थे।
अमेरिका ने क्या कहा
बांग्लादेश के नए अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस के बारे में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘शपथ के बाद अंतरिम सरकार के साथ बातचीत हुई है। हमारे प्रभारी राजदूत आज उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।’ मिलर ने कहा, अमेरिका एक बात स्पष्ट कर चुका है कि हम अंतरिम सरकार को बांग्लादेश के लोगों के लिए एक लोकतांत्रिक भविष्य की रूपरेखा तैयार करते देखना चाहते हैं।