बा साहब भीमराव आंबेडकर की चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि अब वह राजनीति छोड़कर आराम करें। उनके मिशन को पूरा करने अब आरपीआई जिम्मेदारी निभाएगी। साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा का बेहतर और उत्तम विकल्प रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया है।
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के इतिहास में तीन बार सरकार बनाने वाली बसपा को बीते विधानसभा चुनाव में अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। पहली बार बीएसपी महज 12 फीसदी वोट शेयर पर ही सिमट गई और सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिल पाई है। बसपा की करारी हार पर अब आरपीआई के प्रमुख और मोदी सरकार में मंत्री रामदास अठावले ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि अब वह राजनीति छोड़कर आराम करें। उनके मिशन को पूरा करने अब आरपीआई जिम्मेदारी निभाएगी। साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा का बेहतर और उत्तम विकल्प रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया है। दलितों और पिछड़ों को रिपब्लिकन पार्टी से बहुत उम्मीद है और अब उन्हें लगता है कि बहुजन समाज पार्टी की बजाय रिपब्लिकन पार्टी उनके सपनों को साकार करेगी।
दरअसल राज्यसभा सांसद रामदास आठवले की सक्रियता अब तक महाराष्ट्र में ही रही है, लेकिन अब उन्होंने यूपी की राजनीति में भी दखल देने के संकेत दिए हैं। अकसर वह खुद को बाबासाहेब आंबेडकर की राजनीति का उत्तराधिकारी बताते रहे हैं। गौरतलब है कि मायावती ने हार के लिए मुस्लिम वोटों के सपा के पाले में जाने और उसके जवाब में हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण को जिम्मेदार ठहराया था। यही नहीं मायावती ने यह भी माना था कि उनकी अपनी बिरादरी जाटव समाज के अलावा अन्य दलितों का वोट भी इस बार बीएसपी से छिटका है।
हिजाब पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले का किया स्वागत
वहीं केंद्रीय मंत्री ने हिजाब के मसले पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब जैसे ड्रेस का कोई महत्व नहीं है और शैक्षणिक संस्थान में स्कूल ड्रेस को ही बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इस बीच उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ मूवी की भी तारीफ की। आठवले ने कहा कि इस तरह की फिल्में देश और समाज को उसके इतिहास से रूबरू कराने का काम करती हैं और वक्त मिलने पर वह भी इस फिल्म को जरूर देखेंगे।