कैसे रुके वैक्सीन की बर्बादी, चिंतित केंद्र ने क्या दिए निर्देश

प्रमुख खबरें: नई दिल्ली। देश में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन (Vaccine) लगाने का अभियान चल रहा है, लेकिन इसी बीच खबरें यह भी आ रही हैं कि बुकिंग के बाद लोग वैक्सीन लगवाने नहीं आते। ऐसे में वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। इसके अलावा अन्य वजहों से भी वैक्सीन बर्बाद हो रही है।
केंद्र सरकार ने वैक्सीन की बर्बादी (waste) रोकने के लिए शुक्रवार को नए निर्देश जारी किए हैं। जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कहा गया है कि हर वैक्सीनेटर को वायल खुलने का समय और तारीख नोट करनी चाहिए। हर वायल को खोलने के बाद चार घंटे के भीतर इस्तेमाल कर लिया जाना चाहिए। अगर इस्तेमाल नहीं हो सकता तो फिर उसे हटा देना चाहिए। कहा गया है कि 1 प्रतिशत वैक्सीन वेस्टेज की उम्मीद की जा रही है। अगर इससे भी कम वेस्टेज हो तो यह बेहतर बात होगी।
कोरोना की दूसरी लहर अब थमती दिखने लगी है और भारत सरकार की पूरी कोशिश है कि वैक्सीनेशन रफ्तार तेज की जाए। साथ ही वैक्सीन वेस्टेज पर रोक लगाई जाए। कुछ दिन पहले मेडिकल रिसर्च की अग्रणी संस्था ICMR के चीफ डॉ. बलराम भार्गव (Balaram Bhargava) ने कहा था कि जुलाई-अगस्त तक देश में इतनी वैक्सीन हो जाएगी कि हर दिन एक करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सकेगा। उन्होंने वैक्सीन की कमी की खबरों को खारिज कर दिया था।
भार्गव ने कहा था-जुलाई के मध्य और अगस्त तक हमारे पास पर्याप्त वैक्सीन डोज मौजूद होंगे। हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि दिसंबर महीने तक पूरे देश का वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर सिलसिलेवार तरीके से कोरोना प्रतिबंध हटाए गए तो फिर मामलों में बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं होगी।