गहलोत की PM को सलाह: विपक्ष की बात लें गंभीरता से और उसी अनुसार करें कार्य, जानें और क्या बोले राजस्थान के CM

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विपक्ष की बात को भी गंभीरता से लेना चाहिए और उसके अनुसार कार्य करना चाहिए। यह बात राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कही। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने बहुत पहले ही आगाह कर दिया था कि कोरोना की स्थिति भयावह होने वाली है और सरकार को चाहिए कि वह अभी से ही ध्यान दे और कदम उठाए। विपक्ष तो आपको केवल आगाह ही कर सकता है, उन्होंने (राहुल गांधी ने) किया, उनकी बात सच निकली।
राहुल गांधी ने जो पहले आगाह किया था, वही सच हो रहा है। पीएम को विपक्ष के नेता की बात को गंभीरता से लेना चाहिए और उसके अनुरूप कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पिछले सात साल से लगातार प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं और उन्हें कठघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री हूं और यदि कार्यकर्ता या विपक्ष का कोई नेता कुछ बोलता है तो मैं उस पर गौर करता हूं और उनकी बातों में दम होता है तो मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मैं जनहित के लिए उस बात का निरीक्षण करूं और उसे लागू करवाऊं। उन्होंने कहा कि आज इस तरह का माहौल बन गया है जैसे कांग्रेस वाले दुश्मन हैं।
गहलोत ने कहा, आज कांग्रेसमुक्त भारत की बातें की जाती है, लेकिन कांग्रेस-मुक्त भारत कभी नहीं होना वाला है, अगले 100 साल तक भी नहीं। जो मुक्त करने की बात करते हैं, वे खुद मुक्त हो जाएंगे, क्योंकि उनका रास्ता सही रास्ता नहीं है, उनका रास्ता कथनी व करनी में अंतर वाला है। उन्होंने कहा कि जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करना बहुत आसान काम है, लेकिन लोकतंत्र में धर्म निरपेक्षता और संविधान की मूलभावना से बात होनी चाहिए।
गहलोत ने कहा कि जब 2014 में नरेन्द्र मोदी ने चुनाव जीता था तब वोट शेयर केवल 31 फीसदी था यानी 31 फीसदी वोट शेयर के साथ वह प्रधानमंत्री बने थे, जबकि 69 प्रतिशत वोट शेयर उनके खिलाफ था। उन्होंने अतीत में कांग्रेस पार्टी के उतार चढ़ाव का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस चुनाव हारने मात्र से खत्म नहीं होने वाली और यह अब भी एक मजबूत पार्टी है, जिसकी पूरे देश के हर घर में मौजदूगी है।