पेरिस। पेरिस ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने देश के लिए मेडल जीतना शुरू कर दिया है। देश को पहला मेडल निशानेबाज मनु भाकर ने दिलाया है। उन्होंने निशानेबाबीज कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा दिया है। मनु ने चेटरौक्स शूटिंग सेंटर में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई है।
मनु ने फाइनल में कुल 221.7 अंक जुटाकर कांस्य पदक जीता है। वहीं कोरियाई खिलाड़ी ओह ये जिन ने गोल्ड (243.2 अंक) और किम येजी (241.3) ने सिल्वर मेडल जीता। मनु भाकर द्वारा जीता गया कांस्य पदक भारत का मौजूदा पेरिस ओलंपिक में यह पहला मेडल रहा। साथ ही ओलंपिक के इतिहास में भारत का यह शूटिंग में पांचवां मेडल है। मनु से पहले चारों एथलीट्स पुरुष थे। वह राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अभिनव बिंद्रा, गगन नारंग और विजय कुमार के क्लब में शामिल हो गईं। मनु भाकर ने जैसे ही मेडल पर निशाना लगाया, देश खुशी से झूम उठा। निशानेबाज मनु भाकर को चारों ओर से बधाइयां मिल रही हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी है।
भारत को मनु भाकर पर गर्व: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी मनु भाकर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, ‘पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग स्पर्धा में कांस्य पदक के साथ भारत के लिए पदकों का खाता खोलने के लिए मनु भाकर को हार्दिक बधाई। वह शूटिंग प्रतियोगिता में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। भारत को मनु भाकर पर गर्व है। उनका यह कारनामा कई खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं को प्रेरित करने वाला है। मैं कामना करती हूं कि वह भविष्य में उपलब्धियों की और अधिक ऊंचाइयां छुएं।’
यह जीत ऐतिहासिक: पीएम मोदी
वहीं, पीएम मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए बधाई दी है और उनकी इस जीत को ऐतिहासिक बताया है। पीएम मोदी ने मनु भाकर की सफलता को अविश्वसनीय उपलब्धि कहा है। पीएम मोदी ने पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘बहुत अच्छा, पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का पहला पदक जीतने के लिए! कांस्य पदक के लिए बधाई। यह सफलता इसलिए और भी खास है क्योंकि वह भारत के लिए शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। एक अविश्वसनीय उपलब्धि!
मनु भाकर ने पीएम मोदी को कहा, धन्यवाद
मनु भाकर ने भी पीएम मोदी का आभार जताते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है। पर उनके पोस्ट का जवाब देते हुए मनु भाकर ने कहा ‘आपके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद माननीय प्रधान मंत्री जी, मैं आपके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं। ये बहुत मायने रखता है।’
आइए जानते हैं उनके बारे में
मनु 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और 70 से अधिक राष्ट्रीय पदक जीत चुकी हैं। 2021 में हुए ओलंपिक में वह सातवें स्थान पर रहीं। 2023 में मनु ने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। वह पेरिस ओलंपिक में 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम से कई व्यक्तिगत स्पधार्ओं में हिस्सा लेने वाली एकमात्र एथलीट हैं। हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी समेत कई खेलों में हिस्सा लिया। मुक्केबाजी खेलते वक्त मनु के आंख पर चोट लग गई थी। इसी के बाद उनका बॉक्सिंग में सफर खत्म गया। हालांकि, मनु के अंदर खेलों को लेकर एक अलग जुनून था, जिसके चलते वह एक बेहतरीन निशानेबाज बनने में कामयाब रहीं। अब उन्होंने देश को गौरवान्वित किया है।
2018 में मनु ने किया कमाल
मनु कभी कबड्डी के मैदान में उतरीं तो कभी कराटे में हाथ आजमाया। शूटिंग को प्राथमिक रूप से चुनने से पहले मनु ने स्केटिंग, मार्शल आर्ट्स, कराटे, कबड्डी सब खेला। 16 साल की उम्र में मनु ने 2018 में आईएसएसएफ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दो स्वर्ण पदक जीते। उसी साल मनु ने राष्ट्रमंडल खेलों और यूथ ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया। दोनों प्रतियोगिताओं में मनु ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
नौवीं तक था डॉक्टर बनने का सपना
मनु के पिता राम किशन भाकर ने उनका हमेशा साथ दिया। पिता ने मनु को पूरा समर्थन दिया। जिस खेल में उन्हें आगे बढ़ने का मन था उसी में बढ़ने दिया। बहुत से विद्यार्थियों की तरह मनु भी नौवीं कक्षा तक डॉक्टर बनना चाहती थीं। वह खेल में शुरू से अच्छी रही लेकिन पढ़ाई पर मुख्य ध्यान रहा। 10वीं में मनु के जीवन का अलग मोड़ आया, जब कक्षा में टॉप करने के साथ उनका चयन शूटिंग के लिए राष्ट्रीय टीम में हुआ। उनके कोच अनिल जाखड़ के कहने पर मनु ने शूटिंग को एक मौका दिया और 11वीं में जब वह 16 साल की थी तब आईएसएसएफ विश्व कप, राष्ट्रमंडल खेल और यूथ ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीतकर अपना नाम बनाया।