मध्यप्रदेश

पृथ्वीपुर को शिवराज ने दी करोड़ों की सौगात, बोले- राज्य सरकार हर व्यक्ति के सम्मान और पिछड़ों उत्थान के लिए है कटिबद्ध

भोपाल। पृथ्वीपुर विधानसभा सीट (Prithvipur assembly seat) जीतने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आज क्षेत्र का दौरा किया। इस बीच शिवराज ने पृथ्वीपुर में 6.68 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण (launch) और 34 करोड़ की लागत के कार्यों का भूमिपूजन (bhoomi pujan) किया। इसी के साथ ही उन्होंने विभिन्न शासकीय योजनाओं के 13 हजार 397 हितग्राहियों को हितलाभ का भी वितरण किया और मुख्मंत्री आवासीय भू-अधिकार (Chief Minister Residential Land Rights) के तहत 5 हितग्राहियों को भू-अधिकार का प्रमाण पत्र भी वितरित किया।

विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन करने के बाद शिवराज ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक समरसता हमारी सरकार का मूल मंत्र (Social harmony is the basic mantra of our government) है। सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। गरीब (Poor), किसान (Farmer), मजदूर (Labour) किसी भी वर्ग का हो, उसे सरकार की ओर से हरसंभव सहायता दी जा रही है। सरकार हर व्यक्ति के सम्मान और पिछड़ों के उत्थान के लिये कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पृथ्वीपुर से मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना की शुरूआत की जा रही है, जिसमें ऐसे हर व्यक्ति को आवासीय भूमि का अधिकार-पत्र दिया जाएगा, जिसके पास रहने के लिये जगह नहीं है।

सीएम ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में केवल जनता का राज (Only people’s rule in Madhya Pradesh) चलेगा। हम गड़बड़ करने वालों को सही कर देंगे। सबको न्याय मिलेगा। हम जनता के मान-सम्मान और शान में किसी प्रकार की कमी नहीं आने देंगे। जनता की सेवा ही हमारा ध्येय है। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश में हर गरीब को झोपड़ी की जगह पक्का मकान दिलाया जाएगा। प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister’s Housing Scheme) का सर्वे पूरा कर लिया गया है तथा 15 हजार 844 नये नाम जुड़े हैं। हर वर्ष प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए जाएंगे।

वहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासकीय योजनाओं का लाभ दिये जाने में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि योजना का लाभ वास्तविक हितग्राही तक ही पहुंचे। वास्तविक हितग्राही की आड़ में कोई दूसरा व्यक्ति लाभ न ले पाए। तालाबों में मछली पालन का कार्य मछुआरे ही करें, यह सुनिश्चित किया जाए। सीएम ने कहा कि प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाकर ग्रामीण परिवारों को आजीविका एवं आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान की जा रही है। हमारा यह प्रयास है कि स्व-सहायता समूह की हर महिला को प्रतिमाह कम से कम 10 हजार रुपए की आमदनी हो।

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