भोपाल। मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जहां सिर्फ 66 सीटों पर सिमट गई थी। वहीं लोकसभा चुनाव में मप्र की 29 सीटों में से एक पर भी जीत नसीब नहीं हुई है। दोनों चुनावों में मिली करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलावों का दौर शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत युवा इकाई युवक कांग्रेस से हुई थी। दरअसल युवक कांग्रेस की सभी विधानसभा संगठन इकाइयों को एक साथ भंग कर दिया गया था। वहीं अब पीसीसी चीफ जीतू पटवारी अपनी नई टीम तैयार करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने अभी हाल ही में इस बात का ऐलान किया था कि जून के अंत तक मप्र कांग्रेस की नई टीम तैयार हो जाएगी।
सूत्रों की मानें तो इस टीम में सभी नेताओं की भागीदारी तय की जाएगी। वहीं कितने प्रतिशत महिला, युवा और वरिष्ठ नेताओं को इसमें शामिल किया जाएगा इसका खाका लगभग तैयार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सबसे ज्यादा युवाओं को मौका देने वाली है। 70 प्रतिशत युवा चेहरों और 30 प्रतिशत वरिष्ठों को इसमें शामिल किया जाएगा। वहीं पूरी टीम में 10 प्रतिशत महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। पीसीसी में उपाध्यक्ष, महामंत्री और सचिवों की कुल संख्या 70 से अधिक नहीं होगी। इस बार पार्टी का फोकस जंबो कार्यकारिणी की बजाय छोटी टीम पर रहेगा। एमपी कांग्रेस में होने जा रहे बदलाव को लेकर पार्टी ने पूरी तैयारियां कर ली है। सिर्फ अकउउ की मुहर लगना बाकी है।