भोपाल। कल 25 जून को इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने जा रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को संसद सत्र के पहले दिन कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं, उनके लिए 25 जून न भूलने वाला दिन है। मोदी के इस बयान पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भी जोरदार पटलटवार किया। उन्होंने परीक्षाओं में हो रही धांधली को लेकर पीएम मोदी को घेरा।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार-बार आपातकाल को लेकर बात करते हैं, लेकिन 50 साल पुरानी बात करने से पहले प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल को देखें। देशभर में भ्रष्टाचार चल रहा है। इस समय बच्चों पेपर कैंसिल होना और पेपर लीक होना सबसे बड़ा काला दिवस चल रहा है। इतनी परीक्षाएं कैंसिल होने से बड़ा काला दिवस और क्या हो सकता है। देश के प्रधानमंत्री की रिस्पांसबिलिटी है। क्या कारण है उनके रहते हुए बार-बार पेपर लीक होते हैं। जहां भी जाते हैं, वहां पेपर लीक होते हैं। मध्यप्रदेश पीएससी के अध्यक्ष से तब भी हुए, छत्तीसगढ़ के थे तब भी हुए थे। ऐसे व्यक्ति को एक मिनट भी पद पर रहने क्यों दिया जा रहा है। इस पर नरेंद्र मोदी क्यों नहीं बोलते हैं।
अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते
जीतू पटवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में थोड़ा भी ईमानदारी है, तो जिस प्रकार से वह बच्चों से बात करते हैं, उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं। बच्चों का परीक्षा के दौरान बोलते हैं मनोबल गिरने मत देना। परीक्षाओं के लिए मोटिवेट करते हैं। उन्हीं बच्चों के इस तरह से पेपर लीक होते हैं तो भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्री बनने के पहले कहा कि कोई पेपर नहीं लीक हुआ और मंत्री बनने के बाद ही कार्रवाई क्यों किया। अभी भी डॉ. जोशी पद पर बैठें हैं, उन्हें क्यों नहीं हटाया गया। सारे अपराध किस तरह की मध्यप्रदेश हो रहे हैं। जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इनको बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाएगा।
एबीपी वालों को जिन पदों में बैठाया जा रहा है, वहीं भ्रष्टाचार हो रहा है
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आगे कहा कि बार-बार एबीपी और बीजेपी के जिन कार्यकर्ताओं को पदों में बैठाया जा रहा है, ठेके दिए जा रहे हैं। वहीं ऐसी घटनाएं क्यों होती है। बीजेपी के और एबीपी के लोग क्राइम कर रहे हैं। एबीपी का कार्यकर्ता यदि किसी पद पर बैठ गया और पेपर लीक करता है तो यह देश के साथ बड़ा कुठारघात करता है। मध्यप्रदेश में जहां-जहां इन लोगों को पदों में बैठाया गया है, उन विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त हो गया है। प्रधानमंत्री को जिम्मेदारी लेते हुए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल पद से हटा देना चाहिए।