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जाएगी इमरान की कुर्सी! पीएमएल-एन ने नवाज के भाई को बनाया पीएम उम्मीदवार, मरियम ने ऐलान कर खान को घेरा

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जारी सियासी उठापटक के बीच पाक को नया पाकिस्तान बनाने का नारा देकर प्रधानमंत्री बने इमरान खान की कुर्सी जाना लगभग तय माना जा रहा है। राजनीतिक अटकलों के बीच पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने नए पीएम उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। खबर के मुताबिक पीएमएल-एन ने नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है।

पीएमएल-एन की इस घोषणा के बाद से मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान की विदाई की अटकलें और भी ज्यादा तेज हो गई हैं। नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने बताया कि पार्टी ने शहबाज शरीफ को पीएम पद का प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मरियम ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियां बैठकर तय करेंगी कि पीएम पद का नया उम्मीदवार किसे बनाया जाए, लेकिन पार्टी की तरफ से शहबाज शरीफ को प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इमरान खान के खिलाफ लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव के सफल होने की उम्मीद जताई है।

इमरान खान के बयान पर जताई आपत्ति
मरियम ने इमरान के उस बयान पर आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे आलू और टमाटर की कीमतें जानने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। मरियम ने कहा कि अगर इमरान ने गेहूं, घी, चीनी और पेट्रोल की कीमतों पर नजर रखते तो उन्हें ये दिन नहीं देखना पड़ता। मरियम ने इमरान की पार्टी पीटीआई पर सरकारी संस्थानों में दखल देने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने पाकिस्तान की जांच एजेंसी एफआईए और एनएबी पर भी सवाल उठाए।

इमरान खान, आपका खेल खत्म हो गया: मरियम
मरियम नवाज ने कहा, कि इमरान खान! आपका खेल खत्म हो गया है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) आधिकारिक तौर पर टूट गया है। मरियम ने कहा कि पीएम इमरान को पता है कि अब कोई भी उनके बचाव में नहीं आएगा क्योंकि वह खेल हार गए हैं। मरियम नवाज ने कहा कि इमरान खान को लगता है कि उनके खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है, लेकिन उन्होंने यहां के नागरिकों के खिलाफ साजिश किया है। अगर उन्होंने अपना कर्तव्य पूरा किया होता, तो दस लाख लोगों को विरोध करने का कोई कारण नहीं होता।

इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 25 मार्च को
इमरान खान सरकार अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, क्योंकि इमरान खान के खिलाफ विपक्षी दलों के नेताओं ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 25 मार्च को नेशनल असेंबली की बैठक बुलाई है। विपक्षी नेता उन्हें अर्थव्यवस्था और विदेश नीति के कुप्रबंधन के लिए दोषी ठहराते हैं। लिहाजा अविश्वास प्रस्ताव 2018 में सत्ता में आने के बाद से इमरान खान के लिए सबसे कठिन परीक्षा मानी जा रही है, क्योंकि उनकी पार्टी के भी कई सांसदों ने उनके खिलाफ वोट देने का फैसला किया है। पाकिस्तान का कानून यह कहता है कि यदि कोई सांसद अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ वोट करता है तो उसकी सत्ता जा सकती है।

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