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जाएगी इमरान की कुर्सी! अविश्वास प्रस्ताव से पहले एक और सहयोगी ने छोड़ा साथ, विपक्ष से मिलाया हाथ

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। 24 सांसदों के बागी रुख अपना लेने से इमरान खान की सरकार अल्पमत में आ गई है। विपक्ष एकजुट हो गया है। वहीं सेना प्रमुख बाजवा को भी अब इमरान रास नहीं आ रहे हैं। इन सब परेशानियों के बीच इमरान को रविवार को एक और बड़ा तब लगा जब उनके एक और सहयोगी ने उनका साथ छोड़ दिया है।

खबर के मुताबिक इमरान खान के कैबिनेट मंत्री शाहजान बुग्ती ने इस्तीफा दे दिया है। वह बलूचिस्तान की जमूरी वतन पार्टी के नेता थे और इमरान खान की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। जमूरी वतन पार्टी इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की गठबंधन सरकार में सहयोगी थी। बता दें कि इमरान खान के खिलाफ सोमवार को पाकिस्तान की संसद में प्रस्ताव पेश होने वाला है। यह प्रस्ताव शुक्रवार को ही पेश होना वाला था, लेकिन सदन की कार्यवाही स्थगित होने के चलते इसे सोमवार को पेश करने का फैसला लिया गया।

बुग्ती ने इस्तीफा देने के बाद एक ट्वीट में लिखा कि पीटीआई सरकार ने तीन साल के दौरान कानून और व्यवस्था को सुधारने के लिए कुछ नहीं किया है। इस सरकार ने केवल पाकिस्तान के लोगों का अपमान किया है उन्हें शर्मिंदा किया है। इसी की वजह से मैंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। मैं पाकिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों के हित और बेहतर भविष्य के लिए विपक्ष के साथ शामिल हो गया हूं।

शाहजैन बुगती बलूचिस्तान में शांति और सुलह पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। अब वह इस्तीफा देकर पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट में शामिल हो गए हैं। यह एक राजनीतिक मोर्चा है जो प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार का विरोध कर रहा है। इमरान खान के सहयोगी रहे शाहजैन बुग्ती का यह इस्तीफा इस्लामाबाद में उनकी एक महत्वपूर्ण रैली से ठीक पहले आया है।

इमरान खान की इस रैली को उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल पाकिस्तान की संसद में कुल 342 सदस्य हैं। किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए जरूरी है कि उसके पास 172 सांसदों का समर्थन हो। वहीं विपक्ष का दावा है कि इमरान खान के पास 150 ही सांसद हैं। एक तरफ विपक्ष की ओर से इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने का फैसला लिया गया है तो वहीं इमरान खान अपने समर्थकों से नेशनल असेंबली के घेराव की बात कह रहे हैं।

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