पवार खुद नहीं लेंगे जिम्मेदारी, पर भाजपा के खिलाफ करते रहेंगे: बताया बड़ा कारण भी
ठाणे/मुंबई। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में भाजपा पर हमला करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने को कहा कि गैर-भाजपा दलों को एक साथ लाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं और वह अपनी उम्र के कारण कोई जिम्मेदारी लेना नहीं चाहते हैं। ठाणे में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि मैं 81 साल का हो चुका हूं, इस पड़ाव पर कोई जिम्मेदारी लेना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ भाजपा के खिलाफ जनमत पैदा करने के लिए गैर-भाजपा दलों को एक साथ लाने में मदद करूंगा।
वहीं पवार ने ठाणे में मीडिया से बात करते हुए पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि केन्द्र सरकार ने 2014 के बाद से ‘अच्छे दिन’ लाने, इंटरनेट के जरिए गांवों को जोड़ने और प्रत्येक घर को शाौचालय, पानी तथा बिजली उपलब्ध कराने और हर एक नागरिक को मकान देने समेत कई वादे किए थे, लेकिन अब तक एक भी वादा पूरा नहीं किया है। अब 2024 तक पांच हजार डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का नया वादा किया गया है।
भाजपा सत्ता पाने करती है एजेंसियों का उपयोग
राकांपा प्रमुख ने भाजपा की आलोचना करते हुए दावा किया कि वह सत्ता में आने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा, भाजपा अपने विरोधियों के खिलाफ जो कर रही है, वह कुछ नहीं बल्कि संसदीय लोकतंत्र पर एक हमला है, जो गंभीर चिंता का विषय है। सभी गैर-भाजपा शासित राज्यों में वह विधायकों को तोड़ने तथा सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है। महाराष्ट्र ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा केरल और आंध्र प्रदेश में नाकाम हो गयी है।
जून में गिर गई थी उद्धव सरकार
बता दें कि इस साल जून में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसके कारण उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार गिर गई थी। इसके बाद ंिशदे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर राज्य में सरकार का गठन किया। ंिशदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
केन्द्रीय एजेंसियों का किया जा रहा दुरुपयोग
पवार ने कहा कि भाजपा विपक्षी नेताओं को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रही है। राकांपा नेता ने पूछा, आप कल्पना कर सकते हैं कि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग ने अनिल देशमुख और उनके रिश्तेदारों के आवास पर रिकॉर्ड 110 छापे मारे?। उन्होंने अनिल देशमुख के मामले का जिक्र करते हुए कहा, शुरुआत में एजेंसियों ने 100 करोड़ रुपये की निधि के दुरुपयोग का दावा किया, बाद में उन्होंने इसे 4.07 करोड़ कर दिया।
इसलिए नेताओं को डाला जा रहा जेल में
अब वे कह रहे हैं कि यह महज 1.71 करोड़ रुपये की निधि का मामला है। अदालत में इन सबका पर्दाफाश हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक तथा शिवसेना के संजय राउत को जेल में डाल दिया गया, क्योंकि वे अपने-अपने दलों की तरफ से बोलते थे। ज्ञात हो कि राकांपा के दो नेता अनिल देशमुख और नवाब मलिक अभी जेल में हैं। धन शोधन के अलग-अलग मामलों में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था।