पन्ना। पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती लगातार हीरे उलग रही है। इतना ही नहीं यहां की धरा किसी को भी रातों-रात रंक से राजा बना देती है। ऐसा ही एक बार फिर देखने को मिला है। इसी कड़ी में यहां की धरती ने एक गरीब आदिवासी को करोड़पति बना दिया है। दरअसल गरीब आदिवासी कृष्ण कल्याणपुर को उथली हीरा खदान से 19.22 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। जिसे लेकर मजदूर परिवार हीरा कार्यालय पहुंचा और हीरे का वजन करवा कर उसे कार्यालय में जमा किया।
बताया जा रहा है कि कृष्ण कल्याणपुर बीते 10 सालों से कर्ज लेकर हीरे की तलाश में वह खदान लगा रहा था। जहां आज उसकी तलाश पूरी हो गई। मजदूर को चमचमाता हुआ जेम्स क्वालिटी का हीरा मिला जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के अहिरगंवा गांव में रहने वाले चुनवादा गौंड ने मात्र 200 रुपये की रसीद कटवाकर हीरा कार्यालय से 20 मई 2024 को कृष्ण कल्याणपुर के पटी क्षेत्र में हीरा खदान खोदने के लिए पट्टा बनवाया था।
उत्खनन के लिए दी गई थी 88 मीटर की जगह
मजदूर को 8़8 मीटर की जगह उत्खनन के लिए दी गई थी। पट्टा जारी करवाने के बाद गरीब आदिवासी चुनवादा ने दिन-रात अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर खदान में हीरा तलाशना शुरू किया। दो महीने की मेहनत के बाद उसे करीब 1 करोड़ का बेशकीमती 19.22 कैरेट का हीरा मिला है। वहीं मजदूर ने बताया कि उक्त हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसों से वह अपने बच्चों को पढ़ाएगा और अच्छी शिक्षा देगा। इसके साथ ही परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में भी वह यह हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसे को खर्च करेगा। वही हीरा निरीक्षक का कहना है कि यह जेम्स क्वालिटी का हीरा है जिसकी मार्केट में अच्छी डिमांड होती है और इसे आगामी हीरा नीलामी में रखा जाएगा।
पिता बीमार, बेटे ने जमा कराया हीरा
आदिवासी चुनवादा गौड़ की तबियत खराब होने के कारण उनके बेटे राजू गौंड ने उक्त हीरे को बुधवार को हीरा कार्यालय में जमा करवाया है। अब हीरे को अगली हीरा नीलामी में रखा जाएगा। नीलामी के बाद 12 फीसदी टैक्स और 1 प्रतिशत टीडीएस काटकर बाकी रकम हीरा धारक के खाते में भेज दी जाएगी।