शहीद भगत सिंह नगर जिले के खटकड़ कलां गांव में शपथ लेने के बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने राज्य में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से लड़ने का वादा किया और आज से ही काम शुरू हो जाएगा। हम एक दिन भी बर्बाद नहीं करेंगे। पहले ही 70 साल की देरी हो चुकी है।
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता भगवंत मान ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के गांव में लाखों लोगों की मौजूदगी में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शहीद भगत सिंह नगर जिले के खटकड़ कलां गांव में शपथ लेने के बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने राज्य में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से लड़ने का वादा किया और आज से ही काम शुरू हो जाएगा। हम एक दिन भी बर्बाद नहीं करेंगे। पहले ही 70 साल की देरी हो चुकी है।
पूर्व हास्य कलाकार मान ने इस दौरान आप समर्थकों को विनम्र रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ऐसी कोई खबर नहीं आनी चाहिए कि वे अहंकारी हो गए हैं। शपथ ग्रहण के दौरान मंच और मंच के सामने बड़ी संख्या में उपस्थित लोग पीले रंग- बसंती- पगड़ी लगाए नजर आए। बसंती रंग को अक्सर भगत सिंह के बलिदान से जोड़ा जाता है। भगत सिंह के बलिदान की याद दिलाने वाला गाना रंग दे बसंती भी इस दौरान समारोह स्थल पर बज रहा था।
मान ने अपने संबोधन में राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दों को दूर करने के लिए काम करेगी। उन्होंने वादा किया कि राज्य के सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में सुधार किया जाएगा जैसे दिल्ली में ‘आप’ सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि जैसे विदेश से लोग दिल्ली के बेहतर स्कूलों और अस्पतालों को देखने आते हैं, वैसे ही वे भी पंजाब आएंगे। उन्होंने पंजाब के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए दूसरे देशों में प्रवास करने के मुद्दे का भी जिक्र किया।
मान ने कहा कि पहले शपथ ग्रहण समारोह क्रिकेट स्टेडियमों या राजभवनों में होता था। उन्होंने कहा, अब यह शपथ ग्रहण समारोह शहीद के गांव में होता है। उन्होंने कहा, भगत सिंह ने आजादी का सपना देखा था और आप आम लोगों तक उस आजादी को ले जाने की लिये संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह को हालांकि इस बात की चिंता थी कि आज़ाद होने के बाद देश की बागडोर कौन संभालेगा। उन्होंने कहा, उनकी चिंता सही साबित हुई।
‘आप’ को मिले भारी बहुमत पर मान ने कहा कि इतना बड़ा जनादेश देकर पंजाब के लोगों ने इतिहास रच दिया है। आने वाले सालों में स्कूलों में पढ़ाया जाएगा कि लोगों ने बिना किसी डर या लालच के 20 फरवरी 2022 (पंजाब चुनाव) को वोट दिया। संगरूर में मान के सतोज गांव से आए एक समर्थक ने कहा, हमें उनसे बहुत उम्मीदें हैं और वह निश्चित रूप से उन पर खरा उतरेंगे। जिस तरह केजरीवाल ने दिल्ली में अच्छा काम किया, वैसा ही मान पंजाब में भी करेंगे।