एक मंच पर आकर विकास की नई इबारत लिख रहा पूरा नसरुल्लागंज: गौरव दिवस पर सौगातें देकर बोले शिवराज

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को नसरूल्लागंज के गौरव दिवस पर विकास की अनेक सौंगातें दी। इस दौरान उन्होंने नागरिकों को स्वच्छता, पर्यावरण-संरक्षण, शिक्षा के साथ नसरुल्लागंज को नशा मुक्त बनाने का संकल्प भी दिलवाया। इसके बाद सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शहरों और गांवों के विकास में जन-भागीदारी को जोड़ने के लिये गौरव दिवस मनाने की शुरूआत प्रदेश में हो चुकी है। आज पूरा नसरुल्लागंज शहर एक मंच पर आकर विकास की नई इबारत लिख रहा है।
सीएम ने कार्यक्रम में कहा कि अगले वर्ष नसरूल्लागंज का गौरव दिवस 3 दिवसीय होगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ खेल-कूद प्रतियोगिताएं भी की जाएगी। नसरूल्लागंज तहसील को स्वच्छता के साथ वाटर प्लस घोषित कर छोटे नगरों की श्रेणी में पहले स्थान पर लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर को अधो-संरचना युक्त बनाने के लिए 38 करोड रुपये के निर्माण और विकास कार्यो का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया गया है। मुख्यमंत्री नसरुल्लागंजवासियों से आहवान किया कि वे सरकार के साथ मिल कर अपने नगर को देश का नंबर वन नगर बनाये।
उन्होंने कहा कि 21 अप्रैल से प्रदेश में कन्या विवाह योजना फिर से प्रारंभ की जाएगी और बेटी की गृहस्थी तथा विवाह की व्यवस्थाओं के लिए 55 हजार रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने नसरूल्लागंज में औद्योगिक क्षेत्र बनाने और नए उद्योग लगाने की घोषणा भी की। वहीं 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस भी मनाया जाएगा। अब लाड़ली लक्ष्मियों को शिक्षित और आत्म-निर्भर बनाने के लिए उनकी उच्च शिक्षा की जितनी भी फीस होगी, वह राज्य सरकार भरेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यदि समाज नशा नहीं करने का संकल्प ले तो सरकार भी शराब की दुकान बंद कर सकती है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि नशाबंदी के लिए समाज को सजग होकर संकल्प लेना पड़ेगा। नशा समाज का नाश करती है। समाज को तैयार किये बिना शराबबंदी से अवैध शराब का कारोबार बढ़ता है, जो और भी खतरनाक होता है। उन्होंने नसरूल्लागंजवासियों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाते हुए जन-जागरूकता बढ़ाने की बात भी कही।
फिर शुरू होगी मां तुझे प्रणाम योजना
चौहान ने शासकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं से चर्चा करते हुए कहा कि माँ तुझे प्रणाम योजना पुन: प्रारंभ की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना में बेटा-बेटी (विद्यार्थी) सरहद पर जाकर भारतीय सेना से देशभक्ति और समर्पण की प्रेरणा लेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर भवन व्यवस्था किये जाने के भी निर्देश दिये।