ग्वालियरमध्यप्रदेश

प्रकृति से ऐसा प्रेम: MP की महिला डॉक्टर ने घर को जंगल में किया तब्दील, छत पर लहलहा रही कश्मीर की केसर भी

डॉक्टर गरिमा ने बताया है कि 15 साल पहले उनके घर के आसपास कोई हरियाली नहीं है और ना ही बच्चों के खेलने के लिए कोई स्थान है, इसी सोच को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर गरिमा अपने घर को हरियाली में तब्दील करने का ठाना।

ग्वालियर। ग्वालियर जिले के दौलतगंज इलाके में रहने वाली पेशे से महिला डॉक्टर को प्रकृति और हरियाली से इतना प्रेम है कि उन्होंने अपने घर को पूरी तरह से जंगल बना दिया है। महिला डॉक्टर के घर को देखकर हर कोई हैरान है। घर का हर कोना और छत हरियाली की चादर ओढ़े हुए हैं और सबसे खास बात यह है कि महिला की छत पर कश्मीर की वादियों में उगने वाली केसर भी लहलहा रही है। प्रकृति और हरियाली से प्रेम रखने वाली डॉक्टर का नाम है गरिमा वैश्य है। वह होम्योपैथिक डॉक्टर हैं।

सबसे अधिक विशेष है केसर का पौधा जो कि ग्वालियर के वातावरण में उगाना बेहद मुश्किल कार्य है। क्योंकि केशर अधिकांश ठंडे प्रदेशों जैसे कश्मीर लद्दाख आदि में होता है, लेकिन डॉक्टर गरिमा वैश्य का कहना है कि यदि आप समय-समय पर इसकी देखभाल और समय पर खाद पानी की व्यवस्था करें, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है आप भी आसानी से कर सकते हैं। डॉक्टर गरिमा वैश्य उन्होंने बताया कि बीते 15 वर्षों से अपने बच्चों की तरह पेड़ पौधों की देखभाल कर रही हैं क्योंकि खुले आसमान के नीचे जमीन पर पेड़ पौधे लगाना बेहद आसान होता है, लेकिन बंद कमरों में, छतों पर गमले में अन्य स्थानों पर पेड़ पौधे लगाना बेहद कठिन कार्य होता है।

देखभाल करना होता है बहुत कठिन
डॉक्टर गरिमा ने बताया कि समय-समय पर उनकी धूप की देखभाल पानी की देखभाल आदि की व्यवस्था करना बहुत कठिन होता है। इसके लिए समय भी बहुत लगता है। उन्होंने बताया कि इसकी प्रेरणा उन्हें अपने माता पिता से मिली थी। जिन्होंने उनसे कहा था कि अगर आपको प्रकृति के नजदीक जाना है, तो पेड़ पौधे लगाओ प्रकृति अपने आप नजदीक आ जाएगी। डॉक्टर गरिमा ने बताया है कि 15 साल पहले उनके घर के आसपास कोई हरियाली नहीं है और ना ही बच्चों के खेलने के लिए कोई स्थान है, इसी सोच को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर गरिमा अपने घर को हरियाली में तब्दील करने का ठाना।

पेड़ों में हैं विदेशी पेड़ भी
उसके बाद उन्होंने एक एक करके अलग-अलग प्रकार की किस्मों के पेड़ लगाना शुरू किए और धीरे-धीरे पिछले 15 सालों में उनके घर में 1200 से अधिक अलग-अलग प्रकार की वैरायटी की पेड़ पौधे लगे हुए हैं, और सबसे खास बात यह है कि इन पेड़ों में कई ऐसी विदेशी पेड़ भी हैं, जो बड़ी मुश्किल से वातावरण के अनुकूल उगते हैं। लेकिन कठिन परिश्रम और लगन के आगे उन्होंने हर काम आसान कर दिया और वह पेड़ आज उनके घर में लहलहा रहे हैं।उन्होंने बताया कि जब से हमने पेड़ पौधे लगाए हैं हमारे घर के आस-पास पक्षियों का आना जाना हो गया है जिनका कलरव बेहद मनोरम सुनाई देता है।

मनमोहक नजारा देख उठने का नहीं होता मन
डॉक्टर गरिमा वैश्य ने बताया कि उनके यहां वर्तमान में 12 सौ से अधिक पेड़ पौधे हैं, जिनमें सीजनल पौधों के अलावा सब्जियां, वाटर प्लांट एवं फ्रूट प्लांट्स और परमानेंट प्लांटेशन प्लांट, शोपीस प्लांट, फ्लावर प्लांट, मेडिसन प्लांट सहित कई विशेष पौधे है। कुल मिलाकर देखा जाए तो शहर के जिस घनी आबादी क्षेत्र में जहां लोगों को पैर रखने तक के लिए जगह ढूंढनी पड़ती है। ऐसे में डॉक्टर गरिमा वैश्य ने अपने घर की छत को ही एक गार्डन में तब्दील कर दिया है।

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