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बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की कायराना करतूत: दुर्गा पूजा के दौरान मंदिरों में हमला कर तोड़ी मूर्तियां, भड़के दंगे में तीन हिन्दुओं की मौत

नई दिल्ली। बांग्लादेश (Bangladesh) में एक बार फिर से हिंदू अल्पसंख्यकों (Hindu minorities) पर अत्याचार की खबर सामने आई है। ताजा मामला है चांदपुर जिले (Chandpur District) का है। मिली जानकारी के मुताबिक फेसबुक पर अफवाह (rumor on facebook) फैलने के बाद कुछ कट्टरपंथियों (fanatics) ने दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान मंदिरों में हमला कर दिया है। जिसके बाद दंगा भड़क गया। भड़के दंगे में तीन लोगों की मौत (death of three people) हुई है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। तनाव को काबू में करने के लिए 22 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स (paramilitary force) को तैनात किया गया है।
इस घटना पर बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल (Hindu Unity Council) ने ट्वीट (Tweet) करके कहा कि 13 October  बांग्लादेश के इतिहास का निंदनीय दिन है। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन (idol immersion) के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई और हिंदुओं को चोट (hurt the hindus) पहुंचाई गई। हिंदुओं को अब पूजा मंडपों की रखवाली करनी पड़ रही है। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। दरिंदो को कभी माफी न करें।
इस घटना के बाद चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में भी मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं हैं। ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक, एक वक्त में स्थिति काबू से बाहर हो गई थी और यहां जबरदस्त दंगे भड़क गए थे।  अखबार के मुताबिक, लोगों ने पुलिस और प्रशासन (Police and Administration) पर भी हमला कर दिया क्योंकि ये लोग कानून व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहे थे।
इसके अलावा जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ धार्मिक चरमपंथियों (religious extremists) ने दुर्गा पंडालों में पहले कुरान की प्रति रख दी और कुछ तस्वीरें लीं, फिर भाग गए। कुछ घंटों के भीतर उन सभी ने फेसबुक का उपयोग करते हुए भड़काऊ तस्वीरों को वायरल कर दिया।  डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट बताती है कि कमिला में हुई घटना के बाद चांदपुर के हाजीगंज में पुलिस और लोग आमने-सामने आ गए थे।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद यहां बांग्लादेश पुलिस की रैपिड एक्शन बटालियन पैरामिलिट्री फोर्स बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों की तैनाती की गई। बांग्लादेश के 22 जिलों में बीजीबी को तैनात किया गया है। इसी बीच धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने एक इमरजेंसी नोटिस जारी किया है जिसमें लोगों से कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की है।नई दिल्ली। बांग्लादेश (Bangladesh) में एक बार फिर से हिंदू अल्पसंख्यकों (Hindu minorities) पर अत्याचार की खबर सामने आई है। ताजा मामला है चांदपुर जिले (Chandpur District) का है। मिली जानकारी के मुताबिक फेसबुक पर अफवाह (rumor on facebook) फैलने के बाद कुछ कट्टरपंथियों (fanatics) ने दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान मंदिरों में हमला कर दिया है। जिसके बाद दंगा भड़क गया। भड़के दंगे में तीन लोगों की मौत (death of three people) हुई है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। तनाव को काबू में करने के लिए 22 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स (paramilitary force) को तैनात किया गया है। 
इस घटना पर बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल (Hindu Unity Council) ने ट्वीट (Tweet) करके कहा कि 13 October  बांग्लादेश के इतिहास का निंदनीय दिन है। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन (idol immersion) के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई और हिंदुओं को चोट (hurt the hindus) पहुंचाई गई। हिंदुओं को अब पूजा मंडपों की रखवाली करनी पड़ रही है। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। दरिंदो को कभी माफी न करें।
इस घटना के बाद चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में भी मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं हैं। ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक, एक वक्त में स्थिति काबू से बाहर हो गई थी और यहां जबरदस्त दंगे भड़क गए थे।  अखबार के मुताबिक, लोगों ने पुलिस और प्रशासन (Police and Administration) पर भी हमला कर दिया क्योंकि ये लोग कानून व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहे थे।
इसके अलावा जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ धार्मिक चरमपंथियों (religious extremists) ने दुर्गा पंडालों में पहले कुरान की प्रति रख दी और कुछ तस्वीरें लीं, फिर भाग गए। कुछ घंटों के भीतर उन सभी ने फेसबुक का उपयोग करते हुए भड़काऊ तस्वीरों को वायरल कर दिया।  डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट बताती है कि कमिला में हुई घटना के बाद चांदपुर के हाजीगंज में पुलिस और लोग आमने-सामने आ गए थे।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद यहां बांग्लादेश पुलिस की रैपिड एक्शन बटालियन पैरामिलिट्री फोर्स बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों की तैनाती की गई। बांग्लादेश के 22 जिलों में बीजीबी को तैनात किया गया है। इसी बीच धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने एक इमरजेंसी नोटिस जारी किया है जिसमें लोगों से कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की है।

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