मैं नहीं जानता कौन हैं पीके, तेजस्वी यादव का बड़ा हमला: जानें क्या है पूरा मामला

पटना। कांग्रेस के साथ बात न बनने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार में सक्रिय हो गए है। उन्होंने कुछ दिनों पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में बिहार का कोई विकास नहीं हुआ। अब इस मामले में तेज प्रताप यादव ने पीके पर बड़ा हमला बोला है। मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने रविवार को कहा कि पीके के इस बयान का कोई मतलब नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह कौन है? मैं उनको नहीं जनता।
दरअसल प्रशांत किशोर ने हाल ही में ट्वीट करते हुए कहा था कि सत्य यह है कि पिछले 30 साल के लालू और नीतीश के राज के बावजूद बिहार देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है। इस बयान पर ही तेजस्वी ने प्रतिक्रिया दी है। वहीं इस दौरान आरजेडी नेता ने मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार की नीतियों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि बाहर में नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू होगा या फिर नहीं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी ने संसद में इसे पारित कराने के लिए मतदान भी किया था।
सीएए को लेकर तेजस्वी ने नीतीश को भी घेरा
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी ही पार्टी ने संसद में सीएए का समर्थन किया था। ऐसे में अब इसे लेकर उनकी कोई भी राय मायने नहीं रखती है। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘सीएए और एनआरसी को लेकर हमारा स्टैंड क्लियर है। हमने इनका संसद में भी विरोध किया था और मैं नहीं मानता कि इसे बिहार में जल्दी ही लागू किया जाएगा। जेडीयू ने तो इसका समर्थन संसद में ही किया था। इस मामले को लेकर सड़कों पर लोग उतर आए थे और हर दल ने इस मसले पर अपनी राय जाहिर की थी। जब जेडीयू ने संसद में इसका समर्थन किया था तो फिर अब उनकी राय मायने ही नहीं रखती है।’
नीतीश कुमार और पीके में हुई थी जुबानी जंग
नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच में जबरदस्त जुबानी जंग देखने को मिली, जिससे ऐसा संकेत मिल रहा है कि प्रशांत किशोर नीतीश कुमार से आरपार के मूड में हैं। दरअसल, ये पूरा मसला गुरुवार को तब शुरू हुआ, जब प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनके 15 साल के शासनकाल के बावजूद बिहार सबसे गरीब प्रदेश है और यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बिल्कुल नष्ट हो चुके हैं।