भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को धार्मिक नगरी उज्जैन से तीर्थ दर्शन यात्रा का शुभारंभ किया। सीएम इंदौर से वर्चुअली तीर्थ यात्रियों की ट्रेन को हरी झंडी उज्जैन से काशी विश्वनाथ और अयोध्या के लिये तीर्थ-यात्रियों को रवाना किया। बता दें कि धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय उज्जैन में स्थानांतरित होने के बाद पहली मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का शुभारंभ उज्जैन से किया गया है। सीएम ने उज्जैन जिले के 300 तीर्थ-यात्रियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की एकता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये हम सदैव तत्पर हैं। व्यक्ति का आना-जाना लगा रहता है, परन्तु गृहस्थ जीवन में से कुछ समय निकाल कर तीर्थ-यात्रा करना सबसे बड़ा कार्य है। सीएम ने तीर्थ यात्रियों से संवाद भी किया।
सीएम ने कहा है कि सनातन धर्म में तीर्थ-यात्राओं का अत्यधिक महत्व है। हमारे देश की एकता और अखण्डता का प्रकल्प है तीर्थ यात्राएं। तीर्थ-दर्शन यात्रा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। तीर्थ-यात्रा योजना ने चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भारत की चारों दिशाओं को जोड़ने के लिये 1400 वर्ष पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना कर धार्मिक यात्राएं प्रारम्भ की थी। हमारे जीवन में जितना महत्व माता-पिता के आशीर्वाद, पुत्री के कन्यादान और पुत्र से प्राप्त मुखाग्नि का है, उतना ही महत्व तीर्थ दर्शन का भी है। तीर्थ हमारे पापों का नाश कर मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हर गृहस्थ का सपना होता है कि वह अपनी आंखों से तीर्थों के दर्शन कर परमेश्वर से मोक्ष की कामना करे।
सीएम ने कहा कि हमारे चार धाम और बारह तीर्थ हमारी सनातन परम्परा के संवाहक और संस्कृति के अजर-अमर प्रमाण हैं। हमारी सरकार हमारे बुजुर्गों की आस्था को पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से उन्हें तीर्थ स्थलों की नि:शुल्क यात्रा करवा रही है। मध्यप्रदेश में तीर्थ करने के लिये पीएमश्री हेलीकॉप्टर सेवा भी प्रारम्भ की गई है। इसी तरह गंभीर बीमार व्यक्ति की जान बचाने के लिये एयर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है।