नई दिल्ली। आबकारी नीति और धन सोधन मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। शुक्रवार शाम को वह जेल से बाहर आ गए। वह 17 महीने बाद तिहाड़ जेल से रिहा हुए हैं। जिला से रिहा होने के बाद सिसोदिया आज दिनभर व्यस्त रहेंगे। वहसुबह 9 राजघाट पहुंचे जहां बापू को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह हनुमान मंदिर पहुंचे जहां पूजा अर्चना की। मंदिर में पूजा करने के बाद सिसोदिया ने कहा- बजरंग बली ने मुझे आशीर्वाद दिया है। अरविंद केजरीवाल पर बजरंग बली की बहुत कृपा है। उन्हें भी बजरंग बली का इसी तरह से आशीर्वाद मिलेगा। इसके बाद उनके ऐसे कार्यक्रम शाम तक चलते रहेंगे। इन कार्यक्रमों में भाग लेने से पहले सिसोदिया ने एक्स पर पत्नी के साथ चाय पीते हुए अपनी एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा कि 17 महीने बाद आजादी की सुबह की पहली चाय।
सिसोदिया ने लिखा, ‘आजादी की सुबह की पहली चाय। 17 महीने बाद! वह आजादी जो संविधान ने हम सब भारतीयों को जीने के अधिकार की गारंटी के रूप में दी है। वह आजादी जो ईश्वर ने हमें सबके साथ खुली हवा में सांस लेने के लिए दी है।’ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथ की बेंच ने मनीष सिसोदिया को बेल दी है। बेंच ने तीन दिन पहले 6 अगस्त को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
क्या बोले सिसोदिया
जेल से बाहर आने के बाद सिसोदिया ने वहां मौजूद पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, इस आदेश के बाद मैं बाबा साहेब आंबेडकर का ऋणी रहूंगा। हमने संविधान के माध्यम से इस कानूनी लड़ाई को तार्किक अंत तक पहुंचाया है। मैं आप सभी का मेरे साथ होने के लिए धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा, मैं जेल में अकेला नहीं था, देश के लोग और बच्चे मेरे साथ थे। सुप्रीम कोर्ट को दिल से धन्यवाद, जिसने संविधान की शक्ति का प्रयोग करके तानाशाही पर कड़ा प्रहार किया।
इन शर्तों पर मिली है जमानत
मनीष सिसोदिया को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो समाज के सम्मानित व्यक्ति हैं और उनके भागने की आशंका भी नहीं है। साथ ही ये भी कहा कि इस मामले में ज्यादातर सबूत भी जुटाए जा चुके हैं, इसलिए उनके साथ छेड़छाड़ करने की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, गवाहों को प्रभावित करने या डराने के मामले में उनपर शर्तें लगाई जा सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 10 लाख के मुचलके पर जमानत दी है। साथ ही दो बड़ी शर्तें भी लगाई हैं। पहली शर्त ये है कि उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना होगा। और दूसरी शर्त ये कि उन्हें हर सोमवार और गुरुवार को थाने में जाकर हाजिरी लगानी होगी।