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तालिबान का शक्ति प्रदर्शन: लड़ाकों ने परेड में इस्तेमाल किए अमेरिकी वाहन और हथियार, रूसी हेलीकॉप्टर ने आसमान में भरी उड़ान

काबुल। अमेरिकी सेना (us Army) की वापसी के बाद पिछले 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सत्ता (power of afghanistan) पर 20 साल बाद तालिबान (Taliban) पुन: काबिज हो गया है। अमेरिकी सेना ने वापसी के समय बख्तरबंद वाहनों (armored vehicles) और शक्तिशाली हथियारों (powerful weapons) को अफगानिस्तान में ही छोड़ दिया था। इस बीच अब काबुल में तालिबानी लड़ाकों (Taliban fighters) ने अमेरिकी वाहन, हथियारों और रूसी हेलीकॉप्टरों (Russian helicopters) के साथ एक मिलिट्री परेड कर शक्ति प्रदर्शन किया। इसके साथ ही तालिबान ने सेना में हो रहे परिवर्तन को भी दिखाने की कोशिश की।

बता दें कि तालिबानी सेना द्वारा परेड में इस्तेमाल किए गए ज्यादातर हथियार और उपकरण अमेरिका की तरफ से अफगानिस्तान की अशरफ गनी सरकार (ashraf ghani government) को दिए गए थे। ताकि अफगान की सेना को तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ने में आसानी हो सके। हालांकि, ये सेना अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद ही पस्त हो गई और तालिबान ने एक बार फिर से सत्ता पर राज पा लिया।





काबुल में निकाली गई परेड को लेकर अब तालिबान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अनायतुल्लाह ख्वाजमी ने कहा कि परेड में अमेरिकी निर्मित M-117 बख्तरबंद वाहनों को धीमी गति से राजधानी काबुल में घुमाया गया। इस दौरान MI-17 हेलीकॉप्टरों ने आसमान में उड़ान भरी। इस बीच अमेरिका की बनाई M-4 असॉल्ट राइफल भी कुछ जवानों के हाथों में देखने को मिली। यह परेड 250 नए प्रशिक्षित सैनिकों के स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने से भी जुडी है।

तालिबान अधिकारियों ने कहा है कि पूर्व अफगान सेना के पायलटों, यांत्रिकी और अन्य विशेषज्ञों को नई सेना में शामिल किया जाएगा। इस सेना के जवानों ने अब पारंपरिक अफगान कपड़ों की जगह पारंपरिक सैन्य वर्दी भी पहनना शुरू कर दिया है। बता दें कि अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान छोड़ने से पहले करीब 70 विमान, दर्जनों बख्तरबंद वाहनों को नष्ट किया था और एयर डिफेंस सिस्टम को भी डिसेबल कर दिया था।

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